हरदोई (यूपी) – जिला महिला अस्पताल में डॉक्टरों की लापरवाही का एक मामला सामने आया है। तबीयत बिगड़ने के बाद महिला ने अल्ट्रासाउंड कराया तो पेट में पट्टी होने की बात पता चली। इसके बाद प्राइवेट अस्पताल में महिला का ऑपरेशन कराया गया। पति की तहरीर पर पुलिस ने दो डॉक्टरों के खिलाफ केस दर्ज किया है।
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मामला हरदोई के शाहबाद कोतवाली क्षेत्र का है। यहां रहने वाले नीरज गुप्ता ने पत्नी पूजा को 29 जुलाई 2017 में डिलीवरी के लिए जिला महिला अस्पताल में भर्ती कराया था। डॉक्टरों ने उसी दिन ऑपरेशन किया, जिसके बाद पूजा ने एक बच्चे जन्म दिया। नीरज ने बताया, ”डिलीवरी के चार दिन बाद अस्पताल में ही पूजा को इंफेक्शन हो गया। वह जो कुछ खाती, उल्टी हो जाता। डॉक्टरों ने इसे गंभीरता से नहीं लिया और उसकी छुट्टी कर दी।” 30 जनवरी को उसकी हालत बिगड़ी तो फिर से अस्पताल में ले आए। यहां डाक्टरों ने चेकअप के बाद एडमिट कर लिया”
‘पूजा का निजी क्लीनिक में भी अल्ट्रासाउंड करवाया, जहां डॉक्टरों ने उसके पेट में कोई चीज होने और इंफेक्शन होने की बात कही। लेकिन अस्पताल में डॉक्टर इस बात को मानने को तैयार न थे।” 31 जनवरी के दिन पूजा को प्राइवेट अस्पताल में एडमिट कराया, जहां ऑपरेशन में उसके पेट से पट्टी निकली।”
डॉक्टरों के खिलाफ केस दर्ज
नीरज ने डॉ. सुनीत और डॉ. नसरीन के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। पुलिस ने दोनों डॉक्टरों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है | एएसपी निधि सोनकर ने बताया, ”मामले की रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है और जांच कर कार्रवाई की जाएगी। महिला का इलाज एक निजी अस्पताल में किया जा रहा है।”