अखिलेश का निकला विकास रथ मोदी सरकार पर उठाये कई सवाल

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में सुबह 10.45 पर लामार्टीनियर मैदान से अखिलेश की विकास से विजय की ओर रथ यात्रा रवाना करने से पहले समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव ने अपनी बात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला करने से शुरू की। कहा कि उन्हें शहीदों के घर जाना चाहिए था। जब हम रक्षा मंत्री थे, तो शहीदों के घर गए थे। वह केंद्र सरकार की विदेश नीति पर हमलावर रहे। कहा कि समाजवादी लोग युद्ध नहीं चाहते मगर सैनिकों की शहादत नहीं होनी चाहिए। इस दिशा में ठोस कदम उठाये जाने चाहिए। यात्रा के अंतिम पड़ाव शुक्लागंज में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि चुनाव आ गया है ये भाजपा के लोग सर्जिकल स्ट्राइक का शोर उछालकर समाज बांटने का प्रयास कर रहे हैं। जनता को गुमराह करने का प्रयास करेंगे। यादव ने कहा कि मैं भाजपा और केंद्र सरकार से पूछना चाहता हूं कि आखिर सर्जिकल स्ट्राइक है क्या? कहा कि भाजपा विकास में मुकाबला क्यों नहीं करती। सवाल उठाया कि आखिर उत्तर प्रदेश से चुने गये भाजपा के सांसद प्रदेश के विकास के लिए क्या कर रहे हैं और अब तक क्या किया है, जनता को यह क्यों नहीं बता रहे हैं।
मैं तो रथ पर निकाल रहा हूं..आगे पार्टी और जनता जाने-अखिलेश
इससे पहले सुबह 9.56 बजे रथ यात्रा शुरू करने के लिए लामार्टीनियर मैदान पर बने मंच पर अखिलेश यादव पहुंचे। इसके दो मिनट बाद मुलायम भी आ गए। कुछ देर बाद सांसद डिंपल यादव भी पहुंच गईं। यहां मुलायम ने जब बोलना शुरू किया तो केंद्र सरकार पर हमलों के साथ अपनों को नसीहत देने से गुरेज नहीं किया। कहा, रथ यात्रा का नाम विकास से विजय की ओर के स्थान पर विजय से विकास की ओर होता तो अच्छा होता। मगर इस पर भी कोई एतराज नहीं है। मुलायम ने युवा ब्रिगेड को ‘ये जवानी है कुर्बान नारे’ पर नसीहत देते हुए कहा कि सिर्फ इस तरह के नारों से काम नहीं चलेगा, सरकार बनानी है तो मेहनत करनी पड़ेगी।
शिवपाल बोले, संगठन की तुलना सरकार से न करें
शिवपाल यादव ने अखिलेश यादव के नेतृत्व में दोबारा सरकार बनाने का आह्वïन किया और मुख्यमंत्री को रथ यात्रा के लिए बधाई दी, मगर यह नसीहत भी दे डाली कि ‘जोश अच्छा है किन्तु होश नहीं खोना चाहिए’। हमारा लक्ष्य है कि यूपी में बीजेपी की सरकार न बने और इसके लिए बहुत मेहनत करनी होगी। नसीहत और बात कहने के इस सिलसिले में मुख्यमंत्री कहां पीछे रहने वाले थे। उन्होंने कहा कि यात्रा तीन अक्टूबर को शुरू होनी थी किन्तु कुछ कारणों, बीच में षडयंत्रों व साजिशों के चलते एक महीने विलंब हो गया। कुछ लोगों की साजिशों से हम गड़बड़ाए किन्तु युवा हमारे साथ जुटे हैं और यही समाजवादी विचारधारा को आगे ले जाएंगे। फिर ढोल-ताशों की गडग़ड़ाहट और नारों के शोर के बीच अखिलेश सपरिवार विकास रथ पर सवार हुए पर रथ कुछ कदम चलकर खराब हो गया। यह सफर कुछ कदमों पर ही थम गया तो मुख्यमंत्री रथ यात्रा को रोड शो में तब्दील करते हुए सरकारी गाड़ी से निकले, जिसमें उत्साह व उल्लास भरपूर था। तकरीबन 115 किलोमीटर की यात्रा समर्थकों के उत्साही नारों से उत्साहित होते, लोगों का अभिवादन स्वीकारते और जहां-तहां पत्रकारों से मुखातिब अखिलेश उन्नाव पहुंचे।

Check Also

आखिर क्यों बरसे भाजपा पर खड़गे ?

राहुल गांधी , गांधी परिवार के चौथे नेता के रूप में पठानकोट में जनसभा करने …