बस छह माह इंतजार कीजिए, फिर सामने होगा नया एलपीजी सिलेंडर। खासियत यह होगी कि सिलेंडर फाइबर से बना होगा व मौजूदा सिलेंडर की तुलना में कई मायनों में सुरक्षित होगा। वजन में दस किलोग्राम हल्का होगा। हेराफेरी कर कम गैस मिलने की आशंका नहीं होगी। सिलेंडर में बनी पारदर्शी खिड़की से आप खुद देख पाएंगे कि भीतर गैस कितनी है।
तेल कंपनियों ने फाइबर सिलेंडर बाजार में लाने का निर्णय किया है। ऑयल कंपनी एचपीसीएल (¨हदुस्तान पावर कारपोरेशन लिमिटेड) ने पुणे और अहमदाबाद में नए वर्ष से इनकी शुरुआत करने की तैयारी कर ली है जबकि आईओसी और बीपीसीएल भी जल्द बाजार में फाइबर सिलेंडर लाने की तैयारी में हैं। अगले छह माह में यह सिलेंडर शहर पहुंच जाएंगे। इसके लिए एजेंसियों को तैयार रहने के निर्देश दे दिए गए हैं।
अभी सिलेंडर से दिक्कतें, नई की खूबियां
मैटेरियल का फर्क
-मौजूदा सिलेंडर लोहे का बना होता है।
-नया सिलेंडर कंपोजिट विनायल फाइबर का।
वजन का अंतर
-अभी सिलेंडर वजन में भारी है 30-33 किलोग्राम का।
-फाइबर सिलेंडर का वजन 20 किग्रा तक होगा। महिलाएं आसानी से उठा सकेंगी।
कितनी गैस
-मौजूदा सिलेंडर में यह पता करने की सुविधा नहीं।
-दो पर्तो के फाइबर सिलेंडर में झरोखे (पारदर्शी खिड़की) होंगे। लाइटर की तर्ज पर इस झरोखे से गैस देख सकते हैं।
गैस मापना
-अभी सिलेंडर तौलने का झंझट होता है। इसमें धांधली कर डिलीवरीमैन कम गैस देकर चूना लगा सकता है।
-नये सिलेंडर में गैस मापने के लिए निशान (मार्किंग) होगी।
हादसे की आशंका
-अभी सिलेंडर में जंग लगने से लीकेज की समस्या। गैस का दबाव बढ़ने से फटने का खतरा रहता है। हादसे से जन और धन हानि होती है।
-नया सिलेंडर कंपोजिट विनायल फाइबर से बना होगा। नये सिलेंडर में गैस का दबाव बढ़ने पर फाइबर से बना ढांचा खुद को समायोजित कर लेगा जिससे फटेगा नहीं।
‘जून तक शहर में भी ये सिलेंडर आ जाएंगे। हमें ऑयल कंपनियों से तैयार रहने के निर्देश मिले हैं।’
अमित पांडेय, महामंत्री गैस वितरक संघ
-घरेलू उपभोक्ताओं के लिए फाइबर सिलेंडर दस किग्रा का होगा जबकि कम खपत वाले उपभोक्ताओं के लिए दो किग्रा और पांच किग्रा के सिलेंडर भी बाजार में आएंगे। इन सिलेंडरों के लिए रेगुलेटर पुराना ही काम करेगा।
शहर के 11 लाख उपभोक्ताओं को फायदा.
फाइबर सिलेंडर का लाभ शहर के 11 लाख उपभोक्ताओं को मिलेगा। आईओसी के सात लाख, बीपीसी के ढाई लाख और एचपीसी के डेढ़ लाख उपभोक्ता शहर में हैं।
एक हजार और देने होंगे.
मौजूदा एलपीजी सिलेंडर की कीमत 14 सौ रुपये है जबकि फाइबर सिलेंडर की कीमत 24 सौ रुपये होगी। उपभोक्ताओं को फाइबर सिलेंडर के लिए एक हजार रुपये अतिरिक्त देने होंगे। हालांकि यह पूरी धनराशि रिफंडेबल होगी।