लखनऊ. राहुल गांधी की संदेश यात्रा प्रदेश के जिलाें में पहुंचने लगी है। गुरुवार को अमेठी में भी ये यात्रा निकली, जो पूरे जिले की विधानसभाओं में घूम रही है। इस यात्रा के तहत ‘कर्जा माफ, बिजली बिल हाफ’ की मांग की जाएगी। यात्रा में समर्थन मूल्य का करो हिसाब नाम के पम्पलेट भी बांटे जाएंगे। प्रदेश के 75 जिलों में होने वाली इस यात्रा की शुरुआत लखनऊ से 7 अक्टूबर को हुई थी।
यात्रा में उठाए जाएंगे लोकल मुद्दे…
– बता दें, किसान यात्रा का ही नाम बदलकर अब संदेश यात्रा कर दिया गया है। इसमें वही मुद्दे उठाए जाएंगे, जो राहुल ने किसान यात्रा में उठाए थे।
– यात्रा लोकल लेवल पर है, इसलिए यात्रा में लोकल मुद्दे भी उठाए जाएंगे।
– यात्रा लोकल लेवल पर है, इसलिए यात्रा में लोकल मुद्दे भी उठाए जाएंगे।
यात्रा के लिए होंगे 75 ऑब्जर्वर
– इस यात्रा को सफल बनाने के लिए ऑब्जर्वर भी तैनात किए जाएंगे, जो प्रदेश के हर जिले में होंगे। ये ऑब्जर्वर यूपी के नहीं, बल्कि दूसरे प्रदेशों (दिल्ली, बिहार, राजस्थान और भोपाल) के होंगे।
– ऑब्जर्वर एक्स एमपी, एक्स मिनिस्टर और सीनियर लीडर होंगे।
– यही नहीं, ऑब्जर्वर के अलावा यात्रा के लिए जोनल इंचार्ज भी बनाया गया है, जो कि लोकल नेता होगा।
– ये जोनल इंचार्ज अपने मंडल के जिलों में यात्रा के साथ रहेंगे। यात्रा को जिले की सभी विधानसभाओं में जाना है, जिसके तहत 13 से 17 सीटर गाड़ियां 75 जिलों में चलेंगी।
अमेठी है इम्पॉर्टेंट…
– राहुल के संसदीय क्षेत्र अमेठी में किसान यात्रा नहीं पहुंची थी। किसान यात्रा केवल बॉर्डर के विधानसभा से होकर निकल गई थी, जबकि अमेठी गांधी परिवार का गढ़ माना जाता है।
– ऐसे में अमेठी में शुरू हुई राहुल संदेश यात्रा को जरूरी माना जा रहा है, क्योंकि अपने ही गढ़ में कांग्रेस को 2012 चुनाव में केवल दो सीटें ही मिली थीं।
– उसमें से भी एक विधायक टूटकर अब बसपा में चले गए हैं।
– ऐसे में अमेठी में शुरू हुई राहुल संदेश यात्रा को जरूरी माना जा रहा है, क्योंकि अपने ही गढ़ में कांग्रेस को 2012 चुनाव में केवल दो सीटें ही मिली थीं।
– उसमें से भी एक विधायक टूटकर अब बसपा में चले गए हैं।