खुद अपने कौशल के दम पर बिजनेस खड़ा करने के इच्छुक लोग अक्सर इसे शुरू करने में आने वाली भारी लागत के बारे में सोचकर ही एंटरप्रेन्योरशिप का विचार त्याग देते हैं, लेकिन आज लोगों की बेहद व्यस्तता और इंटरनेट की आसान उपलब्धता ने ऎसे कई बिजनेसेज को बढ़ावा दिया है, जिन्हें बेहद कम लागत में शुरू किया जा सकता है। इन बिजनेसेज के साथ सबसे अच्छी बात यह है कि इनके लिए यह बिल्कुल जरूरी नहीं कि आप कोई अलग ऑफिस स्पेस किराए पर लें ही। इन बिजनेसेज की शुरूआत घर बैठे ही की जा सकती है। छोटे से स्तर से आसानी से शुरू किए जा सकने वाले इन बिजनेस को विस्तार देते हुए बड़े स्तर पर ले जाया जा सकता है। इन बिजनेसेज से आपकी झिझक खत्म होती है और आप बिजनेस को बड़ा स्वरूप देने की प्लानिंग भी कर सकते हैं। जानिए ऎसे ही कुछ बिजनेसेज के बारे में, जो आपको कम लागत में ही घर बैठे दे सकते हैं एंटरप्रेन्योरशिप का अच्छा खासा अनुभव…
शहरों में एकल परिवार होने के कारण और माता-पिता दोनों के ही वर्किग होने के चलते कै्रच सर्विस की डिमांड बढ़ी है। इस सर्विस में आपको बच्चों की देखभाल सुबह से लेकर शाम तक करनी होती है, जिसके एवज में पेरेंट्स अच्छी खासी फीस का भुगतान करते हैं। बच्चों की सुरक्षा, देख-रेख, मनोरंजन आदि के प्रबंध के अलावा इस बिजनेस को शुरू करने में ज्यादा खर्च नहीं आता। बच्चों की अच्छी देखभाल वाले क्रैच में बच्चे छोड़ने के लिए लोग काफी दूर से भी आने को तैयार हो जाते हैं। इस बिजनेस में ग्रोथ के कई अवसर मौजूद हैं।
पूरा ब्यूटी पार्लर खोलना यदि आपको महंगा लगता है तो आप “ब्यूटी सर्विसेज एट होम” का विकल्प चुन सकती हैं। बेहद टाइट वर्किग शेडयूल वाली महिलाओं में इस तरह की सर्विस की काफी डिमांड रहती है। इसके लिए आपको करना यह है कि आपको ब्यूटी एक्सपट्र्स की चेन बनाकर रखनी है, जो अपॉइंटमेंट्स के आधार पर ब्यूटी किट्स लेकर लोगों को ब्यूटी ट्रीटमेंट देकर आएंगी। इसमे आपको अपॉइंटमेंट सर्विस और एक्सपट्र्स के साथ टाईअप पर मेहनत करनी होगी। इसके बाद आपको तेजी से सफलता मिल सकती है।
त्योहारों का मौसम हो या घर में कोई और फंक्शन…लोगों में मिठाई खाने की इच्छा जागती ही है, लेकिन मिठाइयों में मिलावट की खबरें व घटनाएं देखने के बाद से लोगों ने मिठाइयां खरीदना बहुत कम कर दिया है। ऎसे में यदि आप ऑर्डर के आधार पर घर से ही स्वच्छ मिठाइयां बनाकर डिलीवर करते हैं, तो एक अलग जगह बना सकते हैं। जरूरी नहीं कि मिठाई की मात्रा बहुत ज्यादा हो, आप थोड़ी क्वांटिटी से भी क्वालिटी स्वीट सर्विस शुरू कर सकते हैं।
घरों से बाहर रह रहे स्टूडेंट्स हों या प्रोफेशनल्स… लगातार बाहर रेस्तरांओं का खाना खा-खाकर ये लोग अक्सर ऊब जाते हैं। ऎसे में कुछ चुनिंदा स्पेशल डिशेज उपलब्ध करवाने का बिजनेस आप शुरू कर सकते हैं। इसके लिए इंटरनेट पर भी ऑर्डर लिए जा सकते हैं और फोन पर भी। इस काम की खासियत यह है कि इसके लिए आपको फुल टाइम शेफ भी हायर नहीं करने पड़ते। उनकी पेमेंट ऑर्डर बेस्ड होती है।
वेडिंग, बर्थडे, रिटायरमेंट या किसी भी अन्य फंक्शन्स में आजकल गिफ्ट्स को यूं ही नहीं दे दिया जाता। जितना जोर लोग कोई अच्छा गिफ्ट चुनने पर देते हैं, उसे कहीं अधिक जोर वे इसे खूबसूरत ढंग से पैक करवाने पर देते हैं। यही वजह है कि क्रिएटिविटी की समझ रखने वाले लोगो ने बड़े शहरों में गिफ्ट रैपिंग कम डिजाइनिंग के बिजनेस शुरू किए हैं। इस बिजनेस में भी आपको ज्यादा पैसा लगाना ही नहीं पड़ता।
भारत में घरों को सजाने का महत्व हमेशा से रहा है, लेकिन वर्किग लोगों के लिए यह आसान नहीं है। मिडिल क्लास वर्किग लोग घर को रखना तो संुदर चाहते हैं लेकिन इसके लिए न तो वे खुद समय निक ाल पाते हैं और न इंटीरियर डिजाइनर्स ही हायर कर पाते हैं। ऎसे में आप सस्ते व अच्छे डेकोरेटर की सर्विस दे सकते हैं।
जिंदगी में आने वाले खुशी के छोटे-छोटे पलों का बड़ा जश्न मनाना हर कोई चाहता है, पर कितनी ही बार लोग तैयारी के लिए छुट्टी न होने की वजह से पार्टी कैंसिल कर देते हैं। ऎसे समय पर पार्टी प्लानर्स के बिजनेस को तवज्जो मिलती है। पार्टी प्लानर बनने के लिए आपको पार्टी से जुड़ी हर छोटी से छोटी चीज की जानकारी होनी चाहिए।
बहुत से लोग बुक रीडिंग के शौकीन होने के बावजूद लाइब्रेरी में जाने का समय नहीं निकाल पाते या कई बार ऎसा भी होता है कि उनकी पसंदीदा किताबें लाइब्रेरी में उपलब्ध ही नहीं होतीं। यदि आप बुक्स क लेक्शन के शौकीन हैं, तो आप रेंटल बेसेज पर नई और बेहद पुरानी किताबें उपलब्ध करवा सकते हैं। इंटरनेट के जमाने
में भी किताबें पढ़ने का ट्रेंड कम नहीं हुआ है। इसलिए बुक्स का अच्छा कलेक्शन कर के इन्हें किराए पर दिया जा सकता है।
अगर आपकी पढ़ाई पर पकड़ अब भी अच्छी है तो आप घर में ही छोटे से ट्यूशन सेंटर से शुरूआत कर सकते हैं। इसमें कोई लागत नहीं आती, लेकिन अगर आप
अच्छे रिजल्ट्स देते हैं तो धीरे धीरे आपके पास स्टूडेंट्स की संख्या बढ़ जाती है, इसके बाद आब बड़ा इंस्टीट्यूट भी शुरू कर सकते हैं जिसमें टीचर्स रखे जा सकते हैं।