नोटबंदी के बाद नक्सल प्रभावित इलाकों में नक्सवी और आतंकवादी बैंक, एटीएम और डाकघरों को अपना निशाना बना सकते हैं। इसके लिए पुलिस विभाग ने एलर्ट जारी किया है।
भागलपुर. नोटबंदी से बड़े पैमाने पर हुए आर्थिक नुकसान की भरपाई के लिए नक्सली व आतंकवादी जिले व नक्सल प्रभावित इलाकों के बैंक, एटीएम व डाकघरों को अपना निशाना बना सकते हैं। इसे लेकर खुफिया विभाग ने सूबे के बड़े अधिकारियों समेत भागलपुर के डीआइजी को पत्र प्रेषित कर अलर्ट किया है।
डीआइजी ने भी तत्काल संबंधित जिलों के एसपी को बैंकों व एटीएम की सुरक्षा बढ़ाने का निर्देश दिया है। नक्सलियों की साजिश को नाकाम करने के लिए पूरा पुलिस महकमा सतर्क हो गया है।
जोन के चार जिले हैं नक्सल प्रभावित
भागलपुर जोन के चार जिले बांका, लखीसराय, मुंगेर व जमुई नक्सल प्रभावित हैं। इन जिलों में कई एटीएम और बैंक नक्सल प्रभावित इलाकों में हैं। जमुई में 42 एटीएम में से 20, लखीसराय में 47 एटीएम में से चार, बांका में 70 एटीएम में आठ नक्सल प्रभावित इलाके में हैं। इसकी सुरक्षा में पूरा तंत्र लग गया है।
शहर के बैंकों पर लुटेरों की भी नजर
शहर के बैंकों पर लुटेरों की भी नजर है। पांच सौ और एक हजार के नोट बंद होने से लुटेरे भी सक्रिय हो गए हैं। तीन दिन पहले ही कचहरी इलाके से पांच बदमाशों को बैंक में डाका डालने की साजिश रचते भागलपुर पुलिस ने गिरफ्तार किया था। सुल्तानगंज से भी कुछ लोगों को लूट की साजिश रचते गिरफ्तार किया गया था।