भोपाल, । जेल से फरार 8 सिमी आंतकियों को सोमवार को मनीखेड़ी पहाड़ी पर पुलिस ने मार गिराया था, लेकिन वहां सबूतों को सुरक्षित रखने में पुलिस की ही बड़ी लापरवाही सामने आई है। एनकाउंटर के दिन जहां एक हजार पुलिसकर्मी मौजूद थे, वहां सबूतों की हिफाजत के लिए मंगलवार को एक भी सुरक्षाकर्मी नजर नहीं आया।
लोग पिकनिट स्पॉट की तरह यहां घूमते और फोटो खिंचवाते नजर आए। अब जबकि इस मामले की जांच एसआईटी करने वाली है तो इस तरह की लापरवाही से सबूत मिटने से जांच पर पानी फिर सकता है। मनीखेड़ी की पहाड़ी पर एनकाउंटर के बाद पुलिस ने लोगों को यह कहते हुए हटा दिया था कि यह पुलिस की जांच का हिस्सा है, लेकिन वहां सिर्फ पुलिस की क्राइम सीन लिखा एक रिबन बंधा हुआ है।
उसके घेरे में 1 से लेकर 8 तक की गिनती के नंबर सिर्फ लिखे हुए हैं। यह नंबर दिखाते हैं कि यहां सभी आतंकी मारे गए थे, लेकिन सुरक्षा गार्ड के अभाव में मंगलवार को क्राइम सीन पर आम लोग घूमते और फोटो खिचवाते दिखे।