कबूतर ने दिलाई मालिक को कार

रामपुर में आकाश में इन दिनों सवेरे गुनगुनी धूप के बीच शांति के प्रतीक कबूतर उड़ान भरते नजर आ रहे हैं। दिन निकलते ही उनकी लंबी उड़ान शुरू हो जाती है।

इन कबूतरों में कुछ ऐसे कबूतर होते हैं जोकि टूर्नामेंट में हिस्सा ले रहे होते हैं। उनकी उड़ान ही उनके पालने वालों को इनाम दिलाती है। रामपुर में कबूतर उड़ान की प्रतियोगिताएं भी हो रही हैं। रियासत काल से ही शहर में कबूतर समेत दूसरे परिंदे पालने का शौक रहा है। आज भी शहर में तमाम लोग कबूतर पालते हैं। उनकी बड़े कायदे से देखरेख भी करते हैं।

सर्दी शुरू होते ही कबूतरों की उड़ान शुरू हो जाती है। जाड़े में जब धूप निकलती है तो कबूतरों का आकाश में उड़ता समूह सभी का मनमोह लेता है। शहर में वैसे इन दिनों दिन निकलते ही आकाश में कबूतर उड़ान भरते दिख जाएंगे पर ज्यादा ऊपर उड़ते कबूतर दिखे तो समझो कि यह प्रतियोगिता में हिस्सा ले रहा है। इसके लिए उसे विशेष रूप से प्रशिक्षित किया जाता है। दरअसल, इस सीजन में कबूतर की उड़ान के पांच टूर्नामेंट आयोजित किए जाने हैं जिसमें दो हो चुके हैं। इसमें एक इनाम में कार तो दूसरा इनाम में बाइक जीत चुका है, जिनका वितरण सभी प्रतियोगिता पूरी होने के बाद किया जाएगा। पांचों प्रतियोगिता के विजेताओं को समारोह आयोजित कर इनाम दिए जाते हैं। कबूतर उड़ान प्रतियोगिता के नियम बड़े रोचक हैं।

इसमें सवेरे सवा छह बजे एक प्रतियोगी अथवा टीम अपने 25 कबूतर मुहर मारकर उड़ाती है। इसके लिए मौके पर अंपायर भी मौजूद होता है। फिर शाम को पांच बजकर पचास मिनट तक वापस आने वाले कबूतरों की गिनती की जाती है और उनकी उड़ान के कुल घंटे जोड़े जाते हैं, इस तहर कुल घंटे जीत का आधार बनते हैं यानी जिसके घंटे ज्यादा उसकी जीत। पिछले दिनों कार के लिए इस तरह की उड़ान शुरू हुई जिसमें शहर की 23 टीमों ने हिस्सा लिया। इसमें पहला स्थान पाने वाले शेरु खां निवासी मुहल्ला लाला वाला नीम के 25 कबूतरों ने आकाश में 178 घंटे बिताए, जबकि दूसरा स्थान पाने वाले राहिल के कबूतरों ने 165 घंटे का समय लिया। इसके लिए उनको इनाम बड़ा फ्रिज मिलेगा। स्पेशल कबूतर की उड़ान में भी शेरु खां के कबूतर ने आकाश में 11.41 मिनट का समय लिया। इसी तरह बाइक की उड़ान में फुरकान निवासी मुहल्ला चिरान के कबूतरों ने बाजी मारी। विजेताओं को आल्टो कार और पल्सर बाइक दी जाएगी। टूर्नामेंट कमेटी के सचिव परवेज मलिक ने बताया कि उड़ान के कबूतरों को सूखी मेवा आदि ताकत वाली चीजें खिलाई जाती है। इनका विशेष ध्यान रखा जाता है। सैकड़ों कबूतर तैयार किए जाते हैं और उनको उड़ाकर देखा जाता है। फिर उसमें में से अच्छी उड़ान वाले कबूतरों को प्रतियोगिता में उड़ाया जाता है।

 

ध्यान दिला दें कि शहर में उड़ान के साथ-साथ खूबसूरत कबूतर भी हैं। इनको खरीदने के लिए भी लोग बाहर से आते हैं।

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