मुंबई.आगामी विधान परिषद चुनाव के लिए सीट बंटवारे को लेकर कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस के गठबंधन में फूट पड़ गई है। विधान परिषद की छह सीटों में से कांग्रेस तीन सीटों की मांग पर अड़ी रही। जबकि राष्ट्रवादी कांग्रेस दो से ज्यादा सीटें देने के लिए तैयार नहीं हुई। सीटों के बंटवारे को लेकर दोनों दलों के बीच बात नहीं बन सकी और आखिरकार गठबंधन टूट गया।
इसके साथ ही मंगलवार को राष्ट्रवादी कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष सुनील तटकरे ने विधान परिषद चुनाव के लिए पार्टी के तीन उम्मीदवारों की घोषणा कर दी। पार्टी ने भंडारा-गोंदिया स्थानीय प्राधिकारी निर्वाचन क्षेत्र से राजेंद्र जैन, पुणे स्थानीय प्राधिकारी निर्वाचन क्षेत्र से अनिल भोसले और सांगली- सातारा स्थानीय प्राधिकारी निर्वाचन क्षेत्र से शेखर गोरे को उम्मीदवार बनाया है। इसके अलावा यवतमाल स्थानीय प्राधिकारी निर्वाचन क्षेत्र से राष्ट्रवादी कांग्रेस के संदीप बाजोरिया बुधवार को नामांकन भरने वाले हैं। राष्ट्रवादी कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रफुल्ल पटेल के करीबी माने जाने वाले राजेंद्र जैन को पार्टी ने दोबारा मौका दिया है। जबकि सांगली- सातारा सीट पर प्रभाकर घार्गे की जगह शेखर गोरे को उम्मीदवारी दी गई है। विधान परिषद की छह सीटों के लिए 19 नवंबर को मतदान होगा।
इन छह सीटों में से फिलहाल राष्ट्रवादी कांग्रेस के पास 4, कांग्रेस के पास 1 और भाजपा के पास 1 सीट है। कांग्रेस ने तीन सीटों पर अपना दावा ठोंका था। जबकि राष्ट्रवादी कांग्रेस ने कांग्रेस को दो सीट देने का प्रस्ताव रखा था। लेकिन कांग्रेस इसके लिए तैयार नहीं हुई। इस वजह से अब दोनों दलों के बीच गठबंधन टूट गया है। उम्मीदवारों के नामांकन भरने का आखिरी दिन 2 नवंबर है। 5 नवंबर तक नामांकन वापस लिया जा सकता है। इससे बाद ही चुनाव की असली तस्वीर साफ हो सकेगी।
गोपालदास अग्रवाल के बेटे को कांग्रेस का टिकट
राष्ट्रवादी कांग्रेस की तरफ से उम्मीदवारों की घोषणा के बाद कांग्रेस ने भी गोंदिया-भंडारा और सांगली-सातारा सीट पर उम्मीदवार घोषित कर दिए। कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक गोपालदास अग्रवाल के बेटे प्रफुल्ल अग्रवाल को भंडारा-गोंदिया स्थानीय प्राधिकारी निर्वाचन क्षेत्र से और कांग्रेस के पूर्व मंत्री पतंगराव कदम के भाई मोहन कदम ने सांगली-सातारा स्थानीय प्राधिकारी निर्वाचन क्षेत्र से प्रत्याशी घोषित किया गया।
अग्रवाल व कदम ने मंगलवार को अपना नामांकन पत्र भर दिया। नांदेड़ स्थानीय प्राधिकारी निर्वाचन क्षेत्र से कांग्रेस ने अमर राजुरकर को दोबारा उम्मीदवारी देने का फैसला किया है। राजुरकर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अशोक चव्हाण के करीबी माने जाते हैं। इस सीट पर राष्ट्रवादी कांग्रेस की तरफ से श्यामसुंदर शिंदे नामांकन भर सकते हैं। चव्हाण को मात देने के लिए राष्ट्रवादी कांग्रेस ने सत्ताधारी भाजपा और शिवसेना की मदद लेने का फैसला किया है।