दिल्ली में हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष अशोक तंवर आैर पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा के समर्थकों के बीच हुई मारपीट के मामले में कांग्रेस आलाकमान ने हुड्डा को क्लीन चिट दे दी है।
चंडीगढ़। दिल्ली में हरियाणा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ. अशोक तंवर व पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के समर्थकों के बीच हुई मारपीट के मामले मेंं कांग्रेस हाईकमान ने अाखिरकार अपना फैसला सुना दिया है। आलाकमान ने हुड्डा को क्लीन चिट दे दी है। इस घटना में अशोक तंवर पर भी हमला हुआ था ओर वह गंभीर रूप से घायल हो गए थे। इस मामले की जांच पूर्व केंद्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने की थी।
शिंदे ने अपनी रिपोर्ट कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को सौंपी थी। इसमें कहा गया है कि हरियाणा कांग्रेस के भीतर गुटबाजी व्याप्त है और उसी के कारण नौबत मारपीट तक पहुंची है। रिपोर्ट के बाद दोनों धड़ों के बीच तालमेल बनाने का जिम्मा प्रदेश प्रभारी कमलनाथ को सौंपा गया है।
कमलनाथ हालांकि हरियाणा के मामलों में रुचि लेते दिखाई नहीं दे रहे, लेकिन रिपोर्ट की कापी अपने पास आने के बाद वह गुटबाजी खत्म करने को कोऑर्डिनेशन कमेटी का गठन कर सकते हैैं। हरियाणा का प्रभार मिलने के बाद कमलनाथ जब चंडीगढ़ आए थे, तब उन्होंने गुटबाजी देखते हुए कोऑर्डिनेशन कमेटी बनाने की बात कही थी। बता दें कि दिल्ली की घटना के बाद हरियाणा कांग्रेस में काफी तनाव और विवाद पैदा हो गया। इस कारण कई जिला कार्यालयों पर ताले लग गए थे। पुलिस में सुनवाई न होने का आरोप लगाते हुए तंवर समर्थक अनुसूचित जाति जन जाति आयोग भी पहुंचे हुए हैं।