केरल के कन्नूर में कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (सीपीएम) के शाखा सचिव कुचिछल मोहनन की हत्या कर दी गई है। सोमवार को हुई इस वारदात के पीछे कथित तौर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ताओं का हाथ बताया जा रहा है। पुलिस के मुताबिक, व्यस्त बाजार में एक दुकान पर चार-पांच लोगों ने हमला किया। कत्ल के पीछे राजनैतिक मकसद बताया जा रहा है। कन्नूर में राजनैतिक हमलों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। आधिकारिक आंकड़ों की मानें तो मई 2016 में जब से पी. विजयन की लेफ्ट सरकार सत्ता में आई है, जिले में 50 राजनैतिक हमले व चार हत्याएं हो चुकी हैं। यहां भाजपा और सीपीएम के सदस्य अक्सर टकराते रहते हैं। इसपर विपक्ष ने राज्य सरकार पर ऐसी हिंसक घटनाओं पर किसी तरह की कार्रवाई न करने का आरोप लगाया है। केरल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रमेश चेन्नीथाला ने पिछले महीने एक बयान में कहा था, ”जब से सीपीएम की सरकार आई है, 100 से ज्यादा राजनीतिक हमले, हिंसा और करीब 70 हत्याएं हो चुकी हैं। मुझे समझ नहीं आ रहा कि आखिर क्यों सरकार कुछ नहीं कर पा रही है या फिर एक सर्वदलीय बैठक क्यों नहीं बुलाई जा रही है।’
इससे पहले, 12 जुलाई को कन्नूर में दो लोगों को मौत के घाट उतारा गया था। 35 साल के सीवी धनराज कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) के कार्यकर्ता थे और ऑटोरिक्शा ड्राइवर सीके रामचंद्रन एक BMS वर्कर थे। धनराज को उनके घर पर बाइक सवार हमलावरों ने रात करीब 10 बजे मारा। उन्हें परियाराम मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया, जहां उन्होंने अपनी आखिरी सांस ली। धनराज के परिवार में बीवी और दो बच्चे हैं। सीपीएम ने हत्या का आरोप आरएसएस पर लगाया। वहीं, पय्यानूर कस्बे में रिक्शा चलाने वाले सीके रामचंद्रन को उनके घर में चाकू मार दिया गया। उन्हें भी हॉस्पिटल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। भाजपा ने कहा कि रामचंद्रन पर सीपीएम ने हमला कराया था। पार्टी ने सीपीएम पर दो अन्य आरएसएस स्वयंसेवकों पर हमला करने का भी आरोप लगाया।