लड़की को 1 साल बाद कब्र से निकाला गया क्‍योंकि वो कुछ भूल गए थे

बिश्रामपुर। जयनगर थाना क्षेत्रांतर्गत ग्राम मजीरा निवासी 18 वर्षीय छात्रा द्वारा प्रताड़ना से व्यथित होकर आत्महत्या कर लिए जाने के मामले में एक वर्ष बाद जांच में जुटी जयनगर पुलिस ने सोमवार को सूरजपुर एसडीएम की अनुमति से मृत छात्रा के दफनाए गए शव को निकलवा कर पुनः पोस्टमार्टम कराया है। पुलिस के अनुसार मृत छात्रा को पीएम रिपोर्ट में गर्भवती बताया गया था,लेकिन पीएम के दौरान चिकित्सक ने भ्रूण प्रिजर्व नहीं किया था। पुलिस ने डीएनए टेस्ट के लिए मृतका के गर्भ में पल रहे मृत शिशु का भू्रण प्रिजर्व कराया है।

घटना दिनांक 02 दिसंबर 2015 को ग्राम मजीरा निवासी कक्षा 12वीं की 18 वर्षीय छात्रा बृजनगर गांव में पुलिया के समीप बेहोशी हालत में मिली थी। उसके मुंह से झाग निकल रहा था। उसे तत्काल 108 संजीवनी एक्सप्रेस से मेडिकल कालेज अस्पताल अंबिकापुर में भर्ती कराया गया था,जहां उसी दिन शाम साढ़े सात बजे उसकी मौत हो गई थी। इस पर जिला अस्पताल अंबिकापुर स्थित पुलिस सहायता केंद्र में मर्ग कायम कर अंबिकापुर में ही शव का पोस्टमार्टम कराया गया था। मृतक छात्रा ने जहर सेवन कर आत्महत्या की थी। चिकित्सक ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मृतका के गर्भवती होने की पुष्टि के साथ चार माह का गर्भ होने का उल्लेख किया था,किंतु भू्रण प्रिजर्व नहीं किया गया था।

पुलिस ने मर्ग की जांच में मृतिका के पर्स से सुसाइड नोट मिला था। मृतिका ने आत्महत्या करने से पूर्व लिखे सुसाइड नोट में सुंदरगंज निवासी अनिल राजवाड़े पिता रामदीन पर परेशान करने तथा लगातार जान से मारने की धमकी देने का उल्लेख किया था एवं अनिल के पिता रामदीन राजवाड़े सहित गांव के रामचरण, सोमनाथ, संध्या, मोहरमती, कन्नीलाल व कैलाशपुर निवासी कमला को मौत का जिम्मेदार बताया है। सुसाइड नोट में छात्रा ने उल्लेख किया था कि अनिल ने मेरी मांग में सिंदूर भी भर दिया था और कहा था कि मैं तुझे बदनाम कर छोड़ दूंगा। उसके पिता,मां एवं अन्य परिजनों ने भी धमकी दी थी एवं उनके कारण ही छात्रा ने आत्महत्या करना बताया था। मामला जयनगर थाना क्षेत्र का होने के कारण मर्ग डायरी अग्रिम कार्रवाई के लिए जयनगर थाना भेज दिया गया था।

चिकित्सक की लापरवाही,दोबारा पीएम –

अंबिकापुर के चिकित्सक द्वारा पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मृतिका के गर्भवती होने का उल्लेख तो किया, लेकिन भू्रण की जब्ती नहीं की थी। दस कारण जयनगर टीआई तेजनाथ सिंह ने सूरजपुर एसडीएम से अनुमति लेकर सोमवार को नायब तहसीलदार उमेश कुशवाहा की उपस्थिति में कब्र खुदवाकर डा.जेएस सरूता व डा.सुचिता किंडो की दो सदस्यीय टीम से शव का दोबारा पोस्टमार्टम करा चार माह के भ्रूण को डीएनए टेस्ट के लिए प्रिजर्व कराया है। जयनगर टीआई तेजनाथ सिंह ने बताया कि मामला प्रताड़ना के कारण आत्महत्या करने का है। जांच पूर्ण होते ही कार्रवाई की जाएगी।

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