बिलासपुर- जिला अंत्यावसीय निगम ने कार्यालय की 40 हजार रुपए कीमती एकमात्र मोटर साइकिल की मरम्मत में एक लाख 10 हजार 117 रुपए खर्च कर दिए हैं। ऑडिट के दौरान यह मामला सामने आया है। ऑडिट रिपोर्ट में जांच अधिकारियों ने चौंकाने वाले खुलासे किए हैं।
अंकेक्षण रिपोर्ट के अनुसार विभाग के कामकाज के मद्देनजर राज्य शासन ने एक मोटर साइकिल क्रय करने की अनुमति दी थी। शहर के भीतर या आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में विभागीय कामकाज के सिलसिले में कर्मचारी मोटर साइकिल का उपयोग करते थे। घोटाले को अंजाम देने के लिए मोटर साइकिल को ही जरिया बना लिया गया। इसी कड़ी में मोटर साइकिल को बिगड़ी बताते हुए इसकी मरम्मत करानी शुरू की।
एक वर्ष के भीतर इसकी मरम्मत में एक लाख 10 हजार 117 रुपए खर्च कर डाले। मोटर साइकिल की मरम्मत किस एजेंसी में कराई इसका हिसाब भी विभाग के पास नहीं है। अचरज की बात ये कि बिल व्हाउचर का भी पता नहीं है। जांच अधिकारियों को खर्च का हिसाब ही नहीं मिला।