अन्नाकूट महोत्सव में देर रात तक लगी भगवान के श्रृंगारित स्वरूप के दर्शन के लिए कतार
इंदौर। नगर प्रतिनिधि
फूलों की आकर्षक सज्जा और अलग-अलग व्यंजन की खुशबू से महकता तिरुपति बालाजी का दरबार। भगवान के श्रृंगारित स्वरूप के दर्शन के लिए बेसब्र भक्तों की लंबी कतार। रह-रहकर गूंजता वेंकट रमणा गोविंदा का जयघोष। यह नजारा था शनिवार को तिरुपति बालाजी देवस्थान गुमाश्तानगर में हुए अन्नाकूट महोत्सव का।
यूं तो भगवान को श्रृंगारित करने के साथ ही परिसर की साज-सज्जा में वैष्णवजन सुबह से लगे थे लेकिन उत्साह और उल्लास का असली रंग शाम ढलने के बाद जमा। झालारिया पीठाधिपति स्वामी घनश्यामाचार्य महाराज के सान्निध्य और स्वामी भूदेवाचार्य की मौजूदगी में मंदिर के पट खोलते ही भक्तों का उत्साह दोगुना हो गया है। इस दौरान भगवान को छप्पन भोग अर्पित कर मंगल आरती उतारी की गई। दर्शन का सिलसिला देर रात तक चला। रामस्वरूप मूंदड़ा ने बताया इस मौके पर ट्रस्टी पुरुषोत्तम पसारी, रंगनाथ न्याती, राधाकृष्ण मुछाल, लक्ष्मण पटवा, ओमप्रकाश पसारी, कमल भलिका, सागरमल खटोड आदि मौजूद थे।
सर्वब्राह्मण समाज का अन्नाकूट आज
सर्वब्राह्मण समाज का अन्नाकूट महोत्सव 20 नवंबर को शाम 6 बजे परसरामपुरिया स्कूल प्रांगण में होगा। प्रकोष्ठ सचिव पं. दीपू मिश्रा ने बताया इसमें भगवान परशुराम को छप्पन भोग लगाया जाएगा और समाज की प्रतिभाओं द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति दी जाएगी। इस अवसर पर देवास के महापौर पं. सुभाष शर्मा, एल्डरमैन पं. पप्पू जोशी उपस्थित रहेंगे।