छठ पूजा में भक्ति और उत्साह, उपवास रख भगवान भास्कर को लगाएंगे भोग

पूर्वोत्तर भारतीयों के लोक आस्था के चार दिनी छठ पर्व की शुरुआत शुक्रवार को नहाय-खाय की रस्म के साथ हुई। व्रतधारियों ने घर व पूजन स्थल को पवित्र किया। कद्दू, चने की दाल, चावल का सात्विक भोजन किया। शनिवार को खरना होगा। इसमें छठ उपासक दिनभर उपवास रखेंगे। शाम को भगवान भास्कर को गन्नो के रस में बने हुए चावल की खीर के साथ चावल का पिट्ठा और घी चुपड़ी रोटी का भोग लगाएंगे। इस भोग को व्रती भी ग्रहण करेंगे। इसके बाद 36 घंटे के निर्जरा व्रत की शुरुआत होगी।
छठ पूजा महोत्सव समिति के अध्यक्ष टीएन झा और सचिव मृत्युंजय शर्मा ने बताया कि श्याम नगर एनेक्स में महोत्सव की सभी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। 6 नवंबर को शाम 4 से रात 10 बजे तक धार्मिक व सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। भरत नाट्यम, कथकली और ओडिसी नृत्य के साथ माताजी के भजनों पर आधारित नृत्य की प्रस्तुति दी जाएगी। भोजपुर समाज के अध्यक्ष बटेश्वरनाथ सिंह ने बताया कि पूजन की तैयारियां विजय नगर, एरोड्रम रोड, सुखलिया, बाणगंगा, संगम नगर, मालवीय नगर, तुलसी नगर, कैट, देवास नाका आदि जगह की जा रही हैं। छठ पूजा आयोजन समिति के अध्यक्ष बृजकिशोर सिंह और चंद्रशेखरप्रसाद सिंह ने बताया कि स्कीम नंबर 78 में पूजा स्थल पर 40 बाय 20 फीट के जलकुंड का निर्माण किया गया है। आयोजन स्थल पर आकर्षक विद्युत-सज्जा की जा रही है।

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