पटना । गुरु गोविंद सिंह के 350वें प्रकाश पर्व के अवसर पर आयोजित समारोह में बतौर मुख्य अतिथि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंच पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से बातचीत कर रहे थे। उनके बगल में केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद और रामविलास पासवान थे। दूसरी ओर बिहार के सत्ताधारी महागठबंधन में सबसे बड़ी पार्टी राजद के मुखिया लालू प्रसाद अपने दोनों मंत्री बेटों (तेजस्वी व तेजप्रताप)के साथ सामने जमीन पर बैठे थे।
राजद सुप्रीमो के साथ इस व्यवहार को लेकर राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ. रघुवंश प्रसाद सिंह ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को निशाने पर लिया है। उन्होंने कहा है कि इससे जनता में गलत संदेश गया है। लोगों ने इसे पसंद नहीं किया है। इस व्यवस्था को देखना मुख्यमंत्री का काम था। राजद उपाध्यक्ष ने कहा कि लालू प्रसाद के साथ इस व्यवहार पर बाहर से आए अतिथियों ने भी आश्चर्य प्रकट किया।
जानिए, क्या है मामला
सूत्रों के अनुसार आज के कार्यक्रम में प्रधानमंत्री के मंच पर केंद्रीय मंत्रियों को जगह नहीं दी गई थी। केंद्रीय मंत्रियों ने इसकी शिकायत प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) में कर दी। इसके बाद पीएमओ ने बिहार सरकार को उन्हें मोदी के मंच पर जगह देने का निर्देश दिया।
पीएमओ की दखल के बाद केंद्रीय मंत्रियों को मोदी के मंच पर जगह दी गई। हालांकि, इस दौरान वहां उपस्थित
केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर इजाजत के बाद भी मंच पर नहीं गईं।
राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद, उनके डिप्टी सीएम बेटे तेजस्वी यादव तथा दूसरे मंत्री बेटे तेजप्रताप यादव को मंच के सामने जमीन पर बैठना पड़ा।
इस बाबत पूछने पर राजद नेता रामानुज प्रसाद ने कहा कि इस मामले से मुख्यमंत्री का लेना-देना नहीं है। मंच पर कौन रहेगा, यह पीएमओ तय करेगा। लालू जमीना आदमी हैं, इसलिए जमीन पर बैठ गए तो क्या हो गया?
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