कोहरा बना जानलेवा

सर्दी का प्रकोप बढ़ते ही कोहरे ने भी अपना कहर ढाना शुरू कर दिया है और यह जानलेवा साबित होने लगा है। वीरवार को जहां कोहरे ने छह लोगों की जान ले ली वहीं शुक्रवार को सुबह ही धुंध की घनी सफेद चादर अबोहर में तेरह लोगों के लिए कफन बन गई। मरने वालों में बारह अध्यापक और जीप का चालक शामिल हैं। घनी धुंध के कारण ट्रक व जीप चालक को आमने-सामने से कुछ दिखाई नहीं दिया और दोनों वाहनों में सीधे जोरदार टक्कर हो गई। मारे गए अध्यापकों में से कुछ तबादले के बाद स्कूलों में विदाई पार्टी में शामिल होने जा रहे थे जिनके लिए यह धुंध अंतिम विदाई लेकर आई। जिस तरीके से यह हादसा हुआ है निश्चित रूप से इसमें सिर्फ धुंध ही कसूरवार नहीं है बल्कि इसमें दोनों वाहनों के चालकों का अति आत्मविश्वास और गाड़ियों की रफ्तार भी काफी हद तक जिम्मेदार है।

धुंध में अधिकतर वाहन चालक इस मुगालते में रहते हैं कि सड़क तो उनके हाथ लगी हुई है और गाड़ी को निकाल ले जाएंगे। परंतु वह यह भूल जाते हैं कि सामने से आ रहे वाहन चालक के साथ शायद ऐसा नहीं है। जिस मार्ग पर वह चल रहा है उसके लिए मार्ग नया है और परिणामस्वरूप हादसे का शिकार हो जाते हैं। वैसे भी ड्राइविंग का उसूल है कि सामने वाले वाहन चालक को अनजान समझ कर ही सड़क पर चलना चाहिए ताकि किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना से बचा जा सके।

पंजाब में इन्हीं दिनों में बहुत से हादसे धुंध में गन्ने से लदी ट्रालियों की वजह से भी होते हैं। बार-बार प्रशासन व समाज सेवी संगठनों द्वारा ट्रालियों के पीछे रिफ्लेक्टर लगाने के लिए प्रेरित-जागरूक करने के बावजूद बहुत से लोग रिफ्लेक्टर नहीं लगाते हैं और नतीजतन खुद का तो कुछ जाता नहीं परंतु जो वाहन इनसे टकराता है उसका कुछ बचता नहीं है। सिर्फ गाड़ियों का ही नुकसान नहीं होता बल्कि कई परिवार ऐसे हादसों में उजड़ जाते हैं।

हाइवे पर वाहनों को सड़क से हटकर पार्क करने के लिए बाकायदा स्थान चिन्हित किए गए हैं, फिर भी बहुत से चालक अपने वाहनों को सड़कों के किनारे खड़े करके आराम से सो जाते हैं और दुर्घटनाओं को जन्म देते हैं। सरकार, पुलिस प्रशासन व राष्ट्रीय उच्च मार्ग प्राधिकरण को चाहिए वह लोगों को धुंध में हादसों का शिकार होने से बचाने के लिए सभी छोटे-बड़े वाहनों के साथ-साथ ट्रालियों के पीछे रिफ्लेक्टर लगाने के लिए कड़े व सख्त कदम उठाए। बड़े वाहनों को धुंध के इस मौसम में सड़कों के किनारे खड़ा करने पर पूरी पाबंदी लगाने के साथ साथ वाहनों की रफ्तार पर भी लगाम लगाए।

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