श्रीलंका में जहां पहले कभी अशोक वाटिका हुआ करती थी। वह स्थान अब सीता एलिया के नाम से जाना जाता है। यह वही स्थान है जहां रावण ने सीता माता को बंदी बना रखा था।
मान्यता है कि सीता एलिया में हनुमानजी वर्तमान में भी प्रकट होते हैं। लेकिन सिर्फ बजरंगबली रहस्यमयी कबीले के लोगों को ही दिखाई देते हैं। इस रहस्यमयी कबीले के लोग मातंग कबीला कहते हैं। किंवदंती है कि इस कबीले में महज 50 लोग ही जीवित हैं।
आधुनिक युग से कटे ये लोग यदि कोई संपर्क कर सका है तो वो है सिर्फ वैदेह कबीला। कहते हैं वैदेह कबीले के लोग विभीषण के वंशज हैं। विभीषण, रावण का छोटा भाई था।
यह प्रचलित पौराणिक कथाओं की मानें तो श्रीलंका की महारानी कुवेणी को धोखा देकर एक राजकुमार ने श्री लंका की सत्ता हथिया ली। उसके बाद कुवेणी की मृत्यु हो गयी थी और उसके बच्चे जंगलों में रहने लगे थे जिनके वंश से वैदेह कबीला बना।
लेकिन जो मातंग कबीला है जिसमे सिर्फ 50 के करीब लोग हैं, ये किसके वंशज हैं इसका कोई पता नहीं चला है।
मातंग कबीले के यह लोग साधारण इंसान नहीं बल्कि बजरंगबली के सेवक हैं। और हनुमान जी कुछ विशेष अवसरों पर इनके बीच प्रकट होते हैं।