प्रशासन का डर नहीं, जारी है फलों को जहरीला करने का खेल

रायपुर।  कुछ मजदूर केले से भरे कैरेट को रंगीन और तेज गंध वाले केमिकल मिले पानी में डुबा रहे थे। लगभग 30 सेकंड बाद कैरेट को पानी से निकाला गया। यह सिलसिला लगातार चल रहा था।टब के पास कई कैरेट जमा होने पर दो मजदूर आए और उन्हें उठाकर गोदाम के पहले माले के कोल्ड स्टोरेज में जमाने लगे। तभी जर्नलिस्ट उनकी फोटो खींचने लगा। हड़बड़ा कर मजदूर केमिकल भरे टब को पलट कर सड़क पर बहा दिए और वहां से भाग निकले। टीम वहां से बढ़कर गोदाम के पास गारबेज डंपिंग जोन में पहुंची। वहां जमीन पर सेब, स्प्रे के बड़े कैन, टैगपोन के खाली डिब्बे और कुछ पुड़िया मिलीं। पूछने पर पास खड़े मजदूर ने बताया, स्प्रे और टैगपोन का उपयोग फलों को पकाने के लिए किया जाता है। पेपर में कैल्शियम कार्बाइड है। सौ किलो फल के बीच 250 ग्राम केमिकल रख दिया जाता है। दुकानदार इसे उपयोग के बाद यहीं फेंक देते हैं।’

5 महीने क्यों स्र्कें, 4 दिन में ही पक जाता है फल

नाम न प्रकाशित करने पर मार्केट के एक कारोबारी ने बताया कि केला पकने में 6 महीने का समय लगता है। ऐसे में व्यापारी, किसान से यह कहकर कि पकने का इंतजार क्यों करोगे, कच्चे केले खरीद लेते हैं। कच्चे केले को टैगपोन और अन्य केमिकल में डुबाया जाता है। इससे वह चार दिन में ही पक जाता है। दो दिन के भीतर उसे मार्केट में खपा दिया जाता है। केले दक्षिण भारत, ओडिशा के अलावा रायपुर और आसपास क्षेत्र से भी आते हैं।

कचरे में मिले फल पकाने वाले दर्जनभर स्प्रे कैन :

 फल गोदाम के पास ही डंपिग जोन में 40-50 सेब के बीच लगभग 1 दर्जन स्प्रे के कैन पड़े हुए थे। स्प्रे पर फ्रेश फ्रूट का लोगो लगा हुआ था। मुंबई की कंपनी के बने हुए थे।खाली हाथ लौटी जिला प्रशासन की टीम : अपर कलेक्टर सहित अन्य अधिकारियों को इस गोरखधंधे की जानकारी देने पर सभी ने व्यस्त होने की बात कही। देर शाम अधिकारी सी ब्लॉक की दुकान क्रमांक 18 पहुंचे, लेकिन इस समय तक मजदूर सारा माल खाली कर वापस जा चुके थे। टीम को बिना कार्रवाई ही लौटना पड़ा।

कारोबारियों को नहीं कार्रवाई का डर

बुधवार को जिला प्रशासन की टीम ने लालपुर फू्रट मार्केट में कार्रवाई की थी। वहां आशीष फ्रूट भंडार से 23 क्विंटल केले जब्त किए थे। अगले ही दिन एक बार फिर से फल मार्केट का दौरा किया। यहां छापे के दौरान फल कारोबारी केला पकाने के लिए टैगपोन 39, स्प्रे और कैल्शियम कार्बाइड का इस्तेमाल करते मिले। टीम को दुकान क्रमांक सी 18 में कुछ लोगों को जानलेवा केमिकल में केले डुबाते हुए पकड़ा, जबकि 24 घंटे पहले ही जिला प्रशासन टीम ने बगल वाली दुकान से 23 क्विंटल केले जब्त किए थे। कार्रवाई के अगले दिन ही कारोबारी द्वारा ऐसी हरकत करने से साफ है कि प्रशासन का डर नहीं है।

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