डिजिटल हो जाएंगे झारखंड हाईकोर्ट के 3.60 करोड़ पेज

body_imgझारखंड हाईकोर्ट के केसों से संबंधित दस्तावेज डिजिटल करने का काम अंतिम चरण में है। उम्मीद है कि दो माह में केसों से संबंधित सभी दस्तावेज डिजिटल कर दिए जाएंगे। इसके लिए काम तेजी से किया जा रहा है। हैदराबाद की कंपनी आइकोनमा यह काम कर रही है।

हाईकोर्ट के 1.80 लाख पुराने केसों के दस्तावेज का डिजिटलाइजेशन हो रहा है। इन केसों के करीब 3.60 करोड़ पेजों का डिजिटलाइजेशन हो रहा है। हर केस में औसतन 200 पेज के दस्तावेज संलग्न हैं।

कई आधार पर हो रहा तैयार

डिजिटलाइजेशन में कई तरह के डाटा को आधार बनाया जा रहा है, जिनमें 32 आधार दिए गए हैं। इसमें बेंच कोड, केस टाइप, केस नंबर, प्रार्थी, प्रतिवादी का नाम, दोनों पक्षों के वकील के नाम, जिला, जज का नाम, मामले के निष्पादन की तिथि समेत अन्य बिंदु शामिल हैं। इसके आधार पर रिकॉर्ड देखा जा सकेगा।

केस से जुड़े हर दस्तावेज किए जा रहे शामिल

डिजिटलाइजेशन में सिर्फ आदेश ही शामिल नहीं किए जा रहे हैं, बल्कि केस के हर दस्तावेज शामिल किए जा रहे हैं। पीटिशन की कॉपी, शपथ-पत्र, शपथ-पत्र के बाद जवाब की प्रति को भी डिजिटलाइज्ड किया जा रहा है। सुप्रीम कोर्ट ने अपने दस्तावेज डिजिटलाइज्ड करने के बाद सभी हाईकोर्ट को ऐसा करने का निर्देश दिया था।

यह होगी सुविधा

केस का रेफरेंस आसानी से मिलेगा

केस नंबर से पुराने रिकॉर्ड भी आसानी से मिलेंगे

रिकॉर्ड निकालने में विलंब नहीं होगा

सभी रिकॉर्ड हमेशा सुरक्षित रहेंगे

Check Also

क्या इस साल भी दरभंगा एयरपोर्ट के रनवे पर लाइटिंग की रहेगी समस्या

बिहार का दरभंगा एयरपोर्ट अपने शुरुआती दौर से ही सुर्खियों में रहा है। चाहे वजह …