कल हुए कटक वनडे में भारत ने इंग्लैंड को 15 रन से हरा दिया. इस जीत के हीरो रहे टीम इंडिया के युवराज. धोना और युवराज सिंह ने मिलकर 254 रनों की शानदार साझेदारी की और टीम इंडिया को ये शानदार जीत दिलाई.
युवराज सिंह ने तो अपने करियर की सबसे बेहतरीन पारी खेली उन्होंने 127 गेंद में 21 चौके और 3 छक्के की मदद से 150 रन बनाए. युवी के बल्ले से निकले ये 150 रन उनके करियर की सबसे बड़ी पारी है. कैंसर को मात देने का बाद युवी की ये पहली बड़ी कामयाबी है.
युवराज के सामने इंग्लैंड के गेंदबाज़ बेहद मामूली साबित हुए. इंग्लैंड का ऐसा कोई गेंदबाज़ नहीं था जिसकी युवराज सिंह ने पिटाई ना की हो. धोनी और युवराज की जोड़ी ने कटक वन डे में कमाल कर दिया. इसी जोड़ी की बदौलत टीम इंडिया ने अंग्रेज़ों को दूसरे मैच में भी पटक दिया और 3 मैचों की सीरीज के पहले दोनों मैच जीत कर सीरीज पर कब्ज़ा कर लिया.
आपको बता दें कि कैंसर से जंग जीतने के बाद ये युवराज की सबसे बड़ी कामयाबी है. इतिहास रचते हुए वो दुनिया के दूसरे ऐसे बल्लेबाज बन गए जिन्होंने कैंसर से छुटकारा पाने के बाद अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में शतक लगाया.
शतक के बाद युवराज ने अपने कैंसर को लेकर कहा, “एक वक्त था जब मैं सोच रहा था कि मैं आगे खेलूं या नहीं खेलूं, कई लोगों ने यकीन खो दिया था, मेरी थ्योरी कभी ना हार मानने की रही है, इसलिए कभी हार नहीं मानी.”
युवराज को यूं ही संकटमोचक नहीं कहा जाता है. टीम इंडिया मुश्किल में थी, शुरुआत बेहद खराब हुई थी. टीम इंडिया के 3 विकेट महज़ 25 रन पर गिर चुके थे, के एल राहुल 5 रन, शिखर धवन 11 रन और विराट कोहली 8 रन बनाकर आउट हो चुके थे.
पर युवी ने जैसे कुछ और ही करने की ठानी थी, वन डे टीम में उनकी वापसी करीब 3 साल बाद हुई थी, करीब 6 साल से उनके बल्ले से कोई शतक नहीं निकला था, शायद यही वजह थी कि युवराज ने अपने फैंस को देर से ही सही पर शानदार तोहफा दिया.
युवी और धोनी के बीच चौथे विकेट के लिए 256 रन की रिकॉर्ड साझेदारी हुई. ये वनडे में चौथे विकेट के लिए दूसरी सबसे बड़ी साझेदारी है. अब तक दोनों ने मिलकर वनडे की 65 पारियों में 53 की औसत से 3053 रन बनाए हैं.