डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति चुने जाने के बाद से ही अमेरिका में विरोध-प्रदर्शनों का सिलसिला थम नहीं रहा है। इस बीच नस्ली हमले भी तेज हो गए हैं। पिछले दो दिनों में अमेरिका के अलग-अलग शहरों में चार पुलिस अधिकारियों की गोली मार दी गई जिसमें एक पुलिस ऑफिसर की मौत हुई है। आशंका जताई जा रही है कि पुलिस पर हमले नस्ली हिंसा की एक कड़ी है। अमेरिका के सैन एंटोनियो, सैनीबेल, सेंट लुइस और ग्लैडस्टोन शहरों में पुलिस अधिकारियों पर हमले किए गए।अमेरिका में नस्ली तेज
सैन एंटोनियो में पुलिस मुख्यालय के सामने एक सीनियर पुलिस अफसर बेंजामिन मार्कोनी के सिर में दो गोली मार दी गई। जिसमें उनकी मौत हो गई। पुलिस ने अश्वेत हमलावर की तलाश तेज कर रह दी है। इतना ही पुलिस ने उसके सिर पर 10000 डॉलर का इनाम भी घोषित किया है।
मिशेल ओबामा के खिलाफ नस्लवादी टिप्पणी पर अमेरिकी पुलिसकर्मी बर्खास्त
अमेरिका के एक पुलिस अधिकारी को फेसबुक पर नस्लवादी टिप्पणी करने के मामले में बर्खास्त कर दिया गया है। इनमें से एक टिप्पणी अमेरिका की प्रथम महिला मिशेल ओबामा के बारे में थी। पुलिसकर्मी को बर्खास्त किए जाने से कुछ दिन पहले ”एप इन हील्स” टिप्पणी को लेकर एक मेयर को भी हटाया जा चुका है।
ट्रंप के समर्थक पुलिस अधिकारी जोएल हस्क को उसकी टिप्पणी के कारण बर्खास्त कर दिया गया। उसने मेलिना ट्रंप की तस्वीर पर लिखा था, ”स्लोवेनियन, अंग्रेजी, फ्रेंच, सर्बियन और जर्मन भाषा में धारा प्रवाह.” उसने मिशेल की तस्वीर पर लिखा था,”अश्वेतों की भाषा में धाराप्रवाह।”