ट्यूशन पढ़ने निकले दसवीं के दो छात्रों को अक्षरधाम मेट्रो स्टेशन के पास रेलवे ट्रैक पर फोटो शूट का ऐसा भूत सवार हुआ कि ट्रेन की चपेट में आने से दोनों की मौत हो गई।
साथ में आए पांच अन्य छात्र बाल-बाल बच गए। मृतकों की शिनाख्त शुभम सैनी (15) और यश कुमार (15) के रूप में हुई है। पुलिस की मानें तो सामने से दूसरे ट्रैक पर आती हुई ट्रेन के साथ प्रोफेशनल कैमरे से फोटो खींचने के दौरान पीछे से जिस ट्रैक पर वह खड़े थे, ट्रेन आ गई। घर से ट्यूशन पढ़ने के लिए निकले छात्र रेलवे ट्रैक पर सेल्फी व फोटो शूट के लिए पहुंचे थे। आनंद विहार रेलवे स्टेशन थाना पुलिस ने सब्जी मंडी मोर्चरी में पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिए हैं। परिजनों से पूछताछ कर पुलिस मामले की छानबीन कर रही है। पुलिस के मुताबिक, यश कुमार परिवार के साथ गली नंबर-9, प्रताप नगर, मयूर विहार-1 में रहता था। इसके परिवार में पिता राजेश कुमार चंदलिया, मां कमलेश, एक छोटी बहन अकांक्षा है। वहीं मूलरूप से हिमाचल प्रदेश का रहने वाला शुभम सैनी परिवार के साथ गली नंबर-10 शशि गार्डन में रहता था। इसके परिवार में पिता जसवंत सैनी व अन्य सदस्य हैं।
यश व शुभम एस्टर पब्लिक स्कूल में दसवीं कक्षा के छात्र थे। दोनों शशि गार्डन की एक कोचिंग इंस्टीट्यूट में ट्यूशन पढ़ते थे। इनके साथ रोहित कुमार (16), तुषार अंशुल यादव (15), भावित तोमर (13), रोहित सिंह (14) और अमन (14) भी ट्यूशन पढ़ते हैं। स्कूल की छुट्टियां होने के कारण इनके ट्यूशन का समय बदला हुआ था। शनिवार दोपहर करीब 12 बजे सभी सातों दोस्त ट्यूशन पढ़ने के बहाने घर से निकले। इस बीच सभी का प्रोग्राम अक्षरधाम मंदिर के पास फोटो शूट का बन गया। गेम्स विलेज के पास फोटो खींचने के बाद सभी दोस्त (दिल्ली से गाजियाबाद जाने वाले) रेलवे ट्रैक पर पहुंच गए। वहां दूसरे ट्रैक पर सामने से आती हुई ट्रेन के साथ सेल्फी और फोटो शूट करने लगे। कई ट्रेनों के साथ सभी लड़कों ने किराये के प्रोफेशनल कमैरे से फोटो खींचे।
शाम करीब 5 बजे फोटो शूट के दौरान दोनों ट्रैक पर एक साथ ट्रेन आ गई। सभी का ध्यान सामने से आने वाली ट्रेन की ओर से था। अचानक पीछे से आई ट्रेन की चपेट में शुभम व यश आ गए। बाकी पांचों छात्रों ने दोनों ट्रेन के बीच की जगह में कूदकर जान बचाई। यश और शुभम की मौके पर मौत हो गई।
अक्षरधाम मंदिर के पास हुए दर्दनाक हादसे की जांच के दौरान खुलासा हुआ है कि शूट के लिए सभी छात्रों ने पांडव नगर इलाके की एक दुकान से किराये पर प्रोफेशनल कैमरा (डीएसएलआर) लिया था। कैमरे का एक दिन का किराया चार सौ रुपये था। पुलिस को पूछताछ में बाकी पांचों छात्रों ने बताया है कि यश को सेल्फी के अलावा फोटो शूट का बहुत शौक था। उसी के कहने पर सभी दोस्तों ने फोटो शूट का प्रोग्राम बनाया था।