भोपाल- नोटबंदी के कारण अब लोग चंद रुपए भी कार्ड से पेमेंट करने लगे हैं। पहले से आसान तो हो गया, लेकिन अब यही उनकी मुसीबत का कारण भी बन गया है। राजधानी के एक रिटायर्ड वन अधिकारी भी कार्ड स्वाईप करके फंस गए। कार्ड स्वाईप कराने के बाद उनके खाते से रुपए निकलने का मैसेज भी आ गया, लेकिन मशीन से बिल नहीं निकलने के कारण दुकानदार ने उनसे दोबारा पेमेंट करा लिया। रुपए निकलने के चार दिन बाद भी न तो उन्हें रुपए वापस मिले और न ही इस समस्या का समाधान मिल पाया है।
ग्रीन मेडोस, अरेरा हिल्स निवासी अशोक कुमार मुख्य वन संरक्षक के पद से पिछले साल ही रिटायर्ड हुए हैं। उन्होंने बताया कि वे शुक्रवार को एमपी नगर जोन-2 में खरीदारी करने पहुंचे। उन्होंने लक्ष्मी किराने की दुकान से 295 रुपए का सामान लिया। इसके लिए उन्होंने पेमेंट कार्ड से किया। अशोक अनुसार पेमेंट के लिए उनकी मशीन से कार्ड स्वाईप किया। कार्ड स्वाईप करने के बाद मशीन से बिल तो नहीं निकला, लेकिन उनके मोबाइल पर खाते से रुपए निकलने का मैसेज आ गया।
अशोक ने आरोप लगाए कि रुपए निकलने के बाद भी दुकानदार ने दोबारा पेमेंट यह कहते हुए कराया कि बिल नहीं आया, तो वे पेमेंट नहीं मानेंगे। अशोक ने बताया कि सामान जरूरी था, इसलिए उन्होंने दोबारा पेमेंट कर दिया। इस बार बिल आ गया। दुकानदार ने उन्हें भरोसा दिलाया था कि मंगलवार को बैंक खुलने पर वे उन्हें रुपए लौटा देंगे। अशोक ने बताया कि मंगलवार को दुकान पर पहुंचने पर दुकान मालिक ने कहा कि उनके खाते में रुपए नहीं आए हैं। वे कोई रुपए नहीं लौटाएंगे। अशोक ने बताया कि रकम छोटी होने के कारण उन्होंने पुलिस थाने में शिकायत नहीं की है, लेकिन यह आम लोगों के साथ धोखाधड़ी है।
इसलिए नहीं निकलते बिल
-सरबर डाउन होने पर।
-कनेक्शन लाइन या मशीन हिलने पर।
-मशीन में गड़बड़ी होने पर।
यह करें
-कार्ड स्वाईप करने के बाद बिल रसीद नहीं आने पर दुकानदार को दूसरा बिल निकालने के लिए कहें।
-पेमेंट का एसएमएस दुकानदार को भी आता है। आप उनसे इसके बारे में पूछ सकते हैं।
-मशीन के अंदर एक ऑप्शन होता है, जिसके उपयोग करने पर पेमेंट वापस आ जाता है। इसके लिए आपको दुकानदार को कहना पड़ेगा।
-दुकानदार के नहीं सुनने की स्थिति में संबंधित मशीन के बैंक और बीमा लोकपाल में इसकी शिकायत कर सकते हैं