न्यूजीलैंड में रविवार को 7.8 की तीव्रता वाले भूकंप से अब तक दो लोगों के मरने की खबर है और कई लोगों के हताहत होने की आशंका है। वहीं सुनामी की चेतावनी के बाद समुद्र तट के किनारे रहने वाले लोग वहां से भाग खड़े हुए।
सुबह होते ही दक्षिण आईलैंड के कई ग्रामीण इलाकों से भूकंप के झटके महसूस होने की खबरें मिलने लगीं। भूकंप के तगड़े झटके कई घंटे तक महसूस किए गए। प्रारंभिक खबरों में कहा गया था चेविअट शहर क्षतिग्रस्त हो गया है, क्योंकि यह भूकंप के केंद्र के पास पड़ता है। प्रधानमंत्री जॉन की ने भूकंप आने के करीब सात घंटे बाद पुष्टि की कि दो लोगों की मौत हुई है। उन्होंने कहा कि हम इस बात से इनकार नहीं कर सकते कि यह संख्या और बढ़ सकती है।
पुलिस उत्तर क्राइस्टचर्च से करीब 150 किलोमीटर दूर एक घर में एक व्यक्ति की मौत के बाद वहां तक पहुंचने का प्रयास कर रही है जबकि एक व्यक्ति की मौत कैकुरा गांव में हुई। पीएम की ने कहा, इस समय हम मौत की कारण का ब्योरा देने की स्थिति में नहीं हैं। उन्होंने कहा संचार की दिक्कतों के कारण सूचना नहीं मिल पा रही है। उन्होंने कहा हेलीकॉप्टर बचाव अधिकारियों को बुरी तरह प्रभावित इलाके तक ले जा रहे हैं।
सुनामी के सायरन बजे
भूकंप के तुरंत बाद दक्षिण आईलैंड के तटीय शहरों और उत्तरी आईलैंड के पूर्वी तट में सुनामी के सायरन बजने लगे और पुलिस तथा आपातकालीन कर्मी घर-घर जाकर बचाव में लग गए। इससे पहले न्यूजीलैंड के दक्षिण द्वीप में रविवार को रिक्टर पैमाने पर 7.8 तीव्रता का भूकंप आया और इसके दो घंटे बाद सुनामी आ गई। अमरीकी भूगर्भ सर्वेक्षण ने कहा कि भूकंप आधी रात के ठीक बाद क्राइस्टचर्च से लगभग 95 किलोमीटर दूर आया। अधिकारियों ने निवासियों को ऊंचाई वाले स्थानों पर रहने के लिए कह दिया था। उन्होंने कहा पहली लहर बहुत बड़ी नहीं होगी और सुनामी की गतिविधि कई घंटों तक रह सकती है।
दो मीटर तक उठी लहरें
क्राइस्टचर्च से 181 किलोमीटर उत्तर कैकौरा में एक पैमाने पर दो मीटर की लहर मापी गई। जानकारी के अनुसार छोटी लहरें वेलिंगटन और अन्य इलाकों तक पहुंच रही हैं। कैथम द्वीप के निवासियों को भी नागरिक सुरक्षा प्रशासन ने चेताया है कि कोई लहर अवश्य उठ सकती है। रेडियो न्यूजीलैंड ने कहा है कि हजारों की संख्या में लोगों ने अपने घर पहले ही खाली कर दिए हैं।
2011 में भी आया था तगड़ा भूकंप
न्यूजीलैंड कुख्यात रिंग ऑफ फायर पर पड़ता है, जिस पर बार-बार भूकंप आता रहता है और ज्वालामुखी भड़कता रहता है। क्राइस्टचर्च अभी भी 2011 के भूकंप से उबर रहा है, जिसमें 185 लोग मारे गए थे और सिटी सेंटर नष्ट हो गया था। समाचा पत्र हेराल्ड के अनुसार भूकंप पूरे वेलिंगटन में महसूस किया गया, जहां सायरन बज उठा और लोग घरों से सड़कों पर उतर आएए और कुछ लोग चिल्लाने लगे।