कुशीनगर- नोटबंदी पर चौतरफा विरोध झेल रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने इस फैसले का जमकर बचाव कर रहे हैं. रविवार की सुबह ‘मन की बात’ में इस फैसले का बचाव करने के बाद जब पीएम यूपी के कुशीनगर में बीजेपी की परिवर्तन रैली में बोले तो यहां भी नोटबंदी को लेकर विरोधियों को खूब कोसा.
भ्रष्टाचार और कालेधन का रास्ता बंद हो या भारत बंद?
मोदी ने भारी भीड़ को भरोसा दिलाया कि नोटबंदी का फैसला गरीबों के लिए लिया गया है और अब 70 साल तक लूटने वालों को भगाना है. विरोधियों के भारत बंद के एलान को जनता की अदालत में पेश करते हुए मोदी ने लोगों से पूछा कि भ्रष्टाचार और कालेधन का रास्ता बंद हो या भारत बंद? मोदी के इस सवाल पर लोगों ने हाथ उठाकर कालेधन और भ्रष्टाचार की रोक थाम पर अपनी हामी भरी.
लोगों को हो रही तकलीफ पर मोदी ने कहा, मैंने 50 दिन मांगे हैं, अभी सिर्फ बीस दिन हुए हैं. तीस दिन और तकलीफ होगी. उन्होंने आगे कहा, मैंने पहले दिन से से कहा है कि निर्णय सरल नहीं है, लागू करना भी आसान नहीं है. पीएम मोदी ने कहा कि बड़े लोगों को बड़ी तकलीफ होगी लेकिन छोटे लोगों को छोटी तकलीफ होगी.
आपका मोबाइल ही आपका अपना बैंक
हालांकि, मोदी ने लोगों की तकलीफ दूर करने का नुस्खा पेश करते हुए कहा कि अब आपका मोबाइल ही आपका अपना बैंक बन गया है. इसके साथ ही मोदी ने अखबार में छपे सरकारी विज्ञापन को दिखाकर डिजिटल बैंकिंग को अपनाने का तरीका बताया.
मोदी ने अपने भाषण की शुरुआत भोजपुरी में की और अपनी सरकार को किसानों की परेशानियां दूर करने वाली सरकार बताया. उन्होंने कहा, पहले किसान को यूरिया लेने के लिए कतार में खड़ा रहना पड़ता था लेकिन अब किसी पुलिस को कहीं लाठी नहीं चलानी पड़ती. इस तरह गन्ना किसानों को लेकर अपनी सरकार के लिए गए फैसले पर कहा, गन्ना किसानों के बकाए का पैकेज, मिल मालिकों को नहीं दिया, पैसा सीधा किसान के खाते में दिया.
आपके विश्वास को कभी नहीं पहुंचने दूंगा चोट
उन्होंने कहा कि गन्ना किसानों का 2014-15 में 22 हजार करोड़ बकाया था, अब सिर्फ इतना है जिसे उंगलियों पर गिना जा सके. उन्होंने कहा कि हमारे गांव और किसान ताकतवर होते तो देश मजबूत होता. इसके साथ ही पीएम ने जनता से यह भी कहा कि आपके विश्वास को कभी चोट नहीं पहुंचने दूंगा, आंच नहीं आने दूंगा.