नई दिल्ली- बार काउंसिल ऑफ इंडिया ने दिल्ली यूनिवर्सिटी के उन छात्रों को लॉ परीक्षा में बैठने की अनुमति दे दी है, जिनके हाजिरी काफी कम है। यह छूट उनको सिर्फ एक बार के लिए ही दी गई है। बीसीआई ने कहा कि उनमें से ज्यादातर छात्र नोटबंदी के कारण नियमित रूप से क्लास नहीं आ सके होंगे।
70 फीसदी से कम हाजिरी वाले 550 छात्रों की एक लिस्ट तैयार की गई थी। उनको परीक्षा में बैठने की अनुमति नहीं थी। इस लिस्ट के खिलाफ उन छात्रों ने बुधवार को लॉ फैकल्टी डीन के ऑफिस के बाहर प्रदर्शन किया था। अब उन छात्रों को वचन देना होगा कि अगले साल से वे हाजिरी की आवश्यक शर्त को पूरा करेंगे।
लॉ फैकल्टी डीन वेद कुमारी ने कहा, ‘हम बीसीआई के नोटिफिकेशन पर अमल करते हैं। इसमें कहा गया है कि यह छूट सिर्फ एक बार के लिए है। छात्रों को सोमवार तक वचन देना होगा और उसके बाद उनको परीक्षा में बैठने दिया जाएगा।’
सोशल मीडिया पर एक विडियो वायरल होने के बाद विवाद बढ़ गया था। उस विडियो में डुसू के अध्यक्ष सतिंद्र अवाना डीन को धमका रहे थे। डीन ने बताया कि उन्होंने इसकी शिकायत भी दर्ज कराई है। डीन ने अवाना पर ऑफिस में तोड़फोड़ करने और सरेआम गाली-गलौज करने का आरोप लगाया है। उन्होंने यह भी कहा कि यह सब पुलिस के सामने हुआ है और पुलिस मूक दर्शक बनी रही।
इस पर अवाना का कहना है कि यह डीन के छात्र विरोधी रुख पर सिर्फ प्रतिक्रिया भर है।