वॉशिंगटन: गूगल ग्लास जैसी हेड्स-अप डिस्प्ले प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल से दिमाग की प्रतिक्रिया समय धीमा पड़ सकता है। इससे वाहन चलाने वाले लोगों के लिए परेशानी खड़ी हो सकती है क्योंकि ऐसे कार्यों में सेकेण्ड भर की देरी से जीवन बच सकता है या जान जा सकती है। हेड्स अप डिस्प्ले प्रौद्योगिकी उपयोगकर्ताओं को सेैकेण्डों में बहुत अधिक सूचना उपलब्ध कराता है, जो ठीक उनकी आंखों के सम्मुख होता है।
‘कॉगनिटिव रिसर्च : प्रिंसपल्स एंड इंपिलिकेशन्स’ जर्नल में प्रकाशित अध्ययन में कहा गया है कि आज के भागदौड़ भरे दौर में जानकारी बहुत अहम है लेकिन अमेरिका के सेंट्रल फ्लोरिडा विश्वविद्यालय में किये गये अध्ययन के मुताबिक पहले से उपलब्ध जानकारी दिमाग के प्रतिक्रिया समय को धीमा कर सकता है।
विश्वविद्यालय के मनोविज्ञान के एसोसिएट प्रोफेसर मार्क नेदर ने बताया, ‘विचार यह है कि किस प्रकार दूसरी तरह की जानकारी से वाहन चालन जैसे प्राथमिक कार्य में खलल पड़ता है।’’ नेदर ने कहा, ‘‘हमारे आंकड़े बताते हैं कि हेड्स अप डिस्प्ले पर उपलब्ध दूसरी जानकारी खलल डालती है और वाहन चलाने के समय ऐसा होता है तो ध्यान भटकाने वाला और खतरनाक साबित हो सकता है।’