बिलासपुर। आजादी के बाद पहली बार टीटीई के यूनिफार्म में बदलाव किया गया है। जल्द ही टीटीई काले की जगह नीले रंग के कोट में नजर आएंगे। बिलासपुर रेल मंडल के लगभग 70 प्रतिशत टीटीई, टीसी व टीटीआई को कपड़े बांटे जा चुके हैं। इसके साथ ही स्टाफ को जल्द ही कोट सिलवाने के लिए कहा गया है।
रेलवे के फ्रंट स्टाफ में यूनिफार्म का प्रावधान है। इनमें टीटीई भी शामिल हैं। अभी उनका यूनिफार्म काला कोट, सफेद पेंट व मेरून रंग की टाई है। गर्मी में ज्यादातर स्टाफ काले रंग का कोट पहनने से कतराता है। इसे देखते हुए रेलवे ने काफी पहले ही कोट के रंग में बदलाव का निर्णय लिया था। अब इस पर अमल शुरू हुआ है। नीले रंग के कोट के लिए कपड़ा आने के बाद स्टेशन कार्यालय में बांटने का काम शुरू हो चुका है। एक कर्मचारी को ढाई मीटर कपड़ा दिया जा रहा है। इसके साथ ही सिलाई के लिए 350 रुपए दिए जा रहे हैं। रेल मंडल में टीटीई, टीसी व टीटीआई को मिलाकर 335 स्टाफ है। बुधवार तक लगभग 70 प्रतिशत स्टाफ को कोट सिलाने के लिए कपड़े दिए जा चुके हैं।
2009 में लिया गया था निर्णय
जानकारी के मुताबिक टीटीई स्टाफ को नीले कोट देने का निर्णय 2009 में लिया गया था। कर्मचारी संगठन और टीटीई स्टाफ ने नीले रंग पर आपत्ति की थी। इसके कारण निर्णय पर अमल नहीं हो पाया था। अब एकाएक नीले कोट के लिए कपड़े की सप्लाई होने से कर्मचारी भी हैरान हैं। इस मामले में जिम्मेदार अधिकारी कुछ भी कहने के लिए तैयार नहीं है।
फिर होगा बदलाव
टीटीई नीले रंग के कोट ज्यादा दिन नहीं पहनने वाले हैं। दरअसल भारतीय रेलवे मशहूर डिजाइनर रितू बेरी से फ्रंट स्टाफ का यूनिफार्म डिजाइन करवा रही है। डिजाइन सलेक्ट होने पर फिर से यूनिफार्म में बदलाव किया जाएगा।