कश्मीर में 3 महीने से ज्यादा समय से चल रही हिंसा के चलते आम जनजीवन बुरी तरह से प्रभावित है। बच्चों की शिक्षा के लिए बनाए गए स्कूलों को हिंसा में जलाया जा रहा है। एक ओर जहां पूरी घाटी में तनाव बरकरार है वहीं दूसरी ओर स्कूलों में पढ़ाई लिखाई ठप है।
3 महीनों से स्कूलों के बंद होने के कारण बच्चों के भविष्य को अंधेरे में जाता देख आज घाटी में मासूम बच्चों के अभिवावकों ने अलगाववादियों के स्कूल बंद कराने के निर्णय का विरोध किया। श्रीनगर में सड़कों पर उतरे अभिवावकों ने अलगाववादियों के विरोध में प्रदर्शन किए।
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