बच्ची को परिजनों ने त्यागा, बौद्धभिक्षुओं ने अपनाया…..

विचित्र बच्चों के जन्म की खबरें हम अक्सर सुनते रहते हैं। शारिरिक रूप से असामान्य ये बच्चे कभी दया तो कभी घृणा के पात्र भी बन जाते हैं। इस कारण कभी तो इनका परिवार इन्हें खुशी-खुशी अपना लेता है तो कभी इनके माता-पिता भी इनको अपनाने से इंकार कर देते हैं। कुछ ऐसा ही हुआ है थाईलैंड में जन्मी इस बच्ची के साथ।

आठ माह पहले थाईलैंड में जन्मी इस बच्ची का न तो सिर है न आंखें। चेहरे पर मुंह भी ठीक से दिखाई नहीं दे रहा है। बच्ची का चेहरा इतना बिगड़ा है कि उसे नली के माध्यम से खाना खिलाया जाता है। थाईलैंड के सायाबरी में नुराफिया ने जन्म लिया तो उसके तो मां-बाप हैरान रह गए। घर में पहले से 4 बच्चे थे। ऐसे में इस दुर्लभ बच्ची का इलाज करा पाना गरीब मां-बाप के बस में नहीं था। नुराफिया के पिता मजदूर है। बच्ची के लगातार कई ऑपरेशन और इलाज की जरुरत है, जिसे वो पूरा नहीं कर पा रहे थे, इसलिए उन्होंने नुराफिया को बौद्धभिक्षुओं के आश्रम में छोड़ दिया।

वनइंडिया के अनुसार इस बच्ची के चेहरे को देखकर कोई हैरान था तो कोई डरने लगा। बौद्धभिक्षु इस बच्ची की जिम्मेदारी उठाने और उसका पालन पोषण करने के लिए तैयार हो गये। सोशल मीडिया के माध्यम से भी बच्ची के लिये कुछ फंड एकत्र किया गया। ये बच्ची अब 8 माह कि हो चुकी है और बौद्धभिक्षु उसके पालन-पोषण के साथ उसका इलाज भी करवा रहे हैं। बच्ची की स्थिति अब पहले से बेहतर भी होती जा रही है।

 

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