झारखंड बंद के दौरान आगजनी मामले में गिरफ्तार एसपी कालेज के गिरफ्तार छात्रों से दुमका जेल में मिलने पहुंचे पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी को जेल में 45 मिनट तक इंतजार कराने के बाद भी 2 ही छात्र से मिलने दिया गया। वह भी आम मुलाकाती की तरह जेल की मुलाकाती खिड़की पर खड़े-खड़े। मुलाकात की औपचारिकता के नाम पर मरांडी के हाथ में आधार कार्ड पकड़ा कर फोटो भी खिंचा गया और वीडियो कैमरे के सामने पूछा गया कि आपका नाम क्या है?
मरांडी ने कहा कि लोग मुझे बाबूलाल मरांडी के नाम से जानते हैं। इन सारी औपचारिकताओं के दौरान उन्हें बैठने तक को नहीं कहा गया। मरांडी पिछले दिनों आदिवासी हॉस्टल से गिरफ्तार किए गए चार छात्रों से मिलने गए थे, पर दो ही छात्र मानुएल सोरेन और नागेश्वर मुर्मू से मिल सके। दो अन्य छात्रों से मिलने नहीं दिया गया।
क्षुब्ध मरांडी ने कहा कि इस राज्य में आंदोलन करने वालों के साथ सरकार अपराधी जैसा व्यवहार कर रही है। मरांडी ने कहा कि मैं मुख्यमंत्री भी रह चुका हूं। दुमका जेल में ऐसा लगा जैसे मैं कोई अपराधी हूं और किसी चोर डकैत से मिलने आया हूं। जेल गेट पर मेरे साथ जो हुआ वह राज्य सरकार के इसारे पर हुआ। इसका विरोध होगा।