उप्र बोर्ड की प्रयोगात्मक परीक्षा पर ठंड का असर दिखाई देने लगा है
आगरा: उप्र बोर्ड की प्रयोगात्मक परीक्षा पर ठंड का असर दिखाई देने लगा है। कोहरा और शीतलहर के चलते कई परीक्षकों ने आने में असमर्थता जता दी है। कई ऐसे हैं जो बिना किसी कारण के परीक्षा लेने नहीं आए। परीक्षकों के न आने की शिकायतें डीआइओएस कार्यालय में आ रही हैं।
बोर्ड परीक्षा के लिए 20 दिसंबर से प्रयोगात्मक परीक्षा शुरू हुई। परीक्षा के लिए बोर्ड के क्षेत्रीय कार्यालय मेरठ से परीक्षक नियुक्त किए हैं। परीक्षकों के नाम, पता व मोबाइल नंबर कॉलेज प्रधानाचार्यो को उपलब्ध करा दिए हैं, जिससे वो उनसे संपर्क स्थापित कर सकें। परीक्षा शुरू होने के पहले सप्ताह में तो परीक्षक पहुंचे, लेकिन 28 दिसंबर से सर्दी बढ़ने के बाद एक दर्जन कॉलेजों में परीक्षक नहीं पहुंचे। आशाराम रतनलाल इंटर कॉलेज जरार में भूगोल की प्रयोगात्मक परीक्षा के लिए एटा के डीएवी कॉलेज के पूर्व प्रवक्ता शिवशरण सिंह को परीक्षक बनाया गया, लेकिन वह परीक्षा लेने नहीं पहुंचे। संपर्क करने पर उन्होंने आने में असमर्थता जता दी। हरप्रसाद राजाराम आदर्र्श इंटर कॉलेज में रसायन विज्ञान के लिए अलीगढ़ की मालती देवी को परीक्षक बनाया, लेकिन वह नहीं आई। गंगा देवी इंटर कॉलेज रहनकलां में गृह विज्ञान व जीव विज्ञान के परीक्षक नहीं पहुंचे। रतनमुनि कन्या इंटर कॉलेज में भी संगीत के परीक्षक नहीं पहुंचे। ऐसे और भी कॉलेज हैं जहां परीक्षक नहीं आने की शिकायत आ रही हैं। डीआइओएस जितेंद्र यादव का कहना है कि कई कॉलेजों में परीक्षक न आने की जानकारी मिली है। वहां दोबारा परीक्षक भेजने के लिए बोर्ड को लिखा गया है।
गृह विज्ञान में कला की परीक्षक
गंगा देवी इंटर कॉलेज में गृहविज्ञान की परीक्षा के लिए अलीगढ़ की प्रवक्ता मंजू सिंह को परीक्षक बनाया गया। परीक्षक ने ये कहते हुए आने से इन्कार कर दिया कि वो कला की प्रवक्ता हैं।