बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के शराबबंदी के फैसले का असर अब दूरदराज बसे लोगों पर भी देखने को मिलने लगा है.
आमतौर पर लोग रोजगार के लिए बिहार से पलायन कर बड़े शहरों का रूख करते हैं, लेकिन बिहार के एक दंपत्ति ने नीतीश सरकार के इस फैसले के बाद मुंबई से वापस अपने घर में शिफ्ट होने का फैसला ले लिया.
बिहार में जारी शराबबंदी के बाद यह शायद पहला मामला है जब कोई मुंबई में अपनी अच्छी-खासी नौकरी और सैलरी को छोड़कर वापस बिहार लौटा हो.
दरअसल, बिहार लौटने के पीछे का कारण है तो वो है शराबबंदी. दरभंगा का यह दंपत्ति बिहार सिर्फ इसलिए लौटा है क्योंकि यहां रहने से शराब पीने की लत छूट जाएगी.
दरभंगा के नगर थानाक्षेत्र के राजकुमारगंज निवासी रणधीर झा नौकरी के लिए मुंबई पलायन कर गए थे. इस दौरान उन्होंने पैसे तो खूब कमाए, लेकिन पिछले 15 वर्षों से उन्हें शराब की ऐसी लत लगी की वो लगातार बीमार रहने लगे.
मुंबई में रह कर उन्होंने शराब छोड़ने की बहुत कोशिश की, लेकिन वे इसे छोड़ नहीं पाए. शराब की इस लत से परेशान होकर उन्होंने बिहार जाने का फैसला लिया और सपरिवार दरभंगा लौट आए.
मौत को करीब देखते हुए इस परिवार ने यह बड़ा फैसला लिया. रणधीर की पत्नी अमृता बताती हैं कि मुंबई में पति-पत्नी दोनों अच्छी सैलरी पर नौकरी कर रहे थे, लेकिन पति की शराब का लत छुड़ाने के लिए उन्होंने यह बड़ा फैसला लिया.
अब रणधीर झा और अमृता अपने बच्चों के साथ दरभंगा पहुंच चुके हैं. उन्हें पूरा विश्वास है कि अब शराब की लत छूट जाएगी. फिलहाल वे यहां इलाज़ भी करवा रहे हैं.
दंपत्ति ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के शराबबंदी के इस कदम की जमकर तारीफ की. यहां तक कि सीएम नीतीश कुमार को उन्होंने भगवान तक का दर्जा दे डाला. अब उनके जुबान पर एक ही बात है, ‘जान है तो जहान है’.