मथुरा. 73 साल के फक्कड़ बाबा ने मंगलवार को विधानसभा चुनाव के लिए नॉमिनेशन फाइल किया। वह इस बार 16वां चुनाव लड़ने जा रहे हैं। चुनाव के लिए बाबा ने स्कूटी और बर्तन बेचकर 12 हजार रुपए जुटाए हैं।
20वीं भविष्यवाणी सच होने की है आस
– बाबा कहते हैं कि इस बार भी हारने के लिए निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं।
-”मुझे विश्वास है कि मेरे गुरु की बात सच होगी और जब मैं 20वां चुनाव लड़ूंगा तो मेरी लहर चलेगी और मैं सांसद या विधायक जरूर बन जाऊंगा।”
न अपना घर, न जमीन
– फक्कड़ बाबा मथुरा के गोविंद नगर इलाके में मंदिर के रैन बसेरा में रहते हैं। उनके पास न अपना घर है, न जमीन।
– उन्होंने बताया, ‘बात इमरजेंसी के वक्त की है। मेरे गुरु पुरी पीठाधीश्वर शंकराचार्य निश्चलानंद सरस्वती हैं।
– 1977 में लोकसभा चुनाव होना था। गुरुजी ने आदेश दिया, फक्कड़ बाबा चुनाव लड़ जाओ। मैंने कहा, हार जाऊंगा। गुरु ने भविष्यवाणी की, 19 चुनाव हार जाओगे। 20वां चुनाव लड़ने पर लहर चलेगी और सफल हो जाओगे।’
– गुरु के आदेश और भविष्यवाणी पर विश्वास करके फक्कड़ बाबा ने मथुरा में चुनाव लड़ना शुरू कर दिया। वह बताते हैं कि पहले चुनाव में आठ हजार वोट मिले थे।
– अब तक फक्कड़ बाबा 8 बार लोकसभा चुनाव और 7 बार विधानसभा चुनाव मथुरा सीट से लड़ चुके हैं।
हेमा मालिनी के खिलाफ चुनाव लड़ने में 82 हजार खर्च किए
– वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव के दौरान फक्कड़ बाबा को भक्तों ने दान किए थे। इस दौरान 82 हजार रुपए खर्च हुए।
– उन्होंने बताया कि चेलों के वाहन से वह गांव-गांव घूमते रहे। पर्चे छपवाकर लोगों को बांटे।
– चुनाव आयोग की तरफ से एक गनर मिला था, दो महीने उसे खिलाने में ही 10 हजार रुपए खर्च हो गए थे।
– बाबा ने कहा कि मेरी वजह से गनर को काफी दिक्कतें होती हैं और खर्च भी हो जाते हैं, इसलिए इस बार तय किया है कि बिना गनर के चुनाव लड़ेंगे।
चुनाव खर्च जुटाने के लिए बेच दी स्कूटी-बर्तन
– फक्कड़ बाबा का कहना है कि लगातार चुनाव महंगा हो रहा है। पहला चुनाव लोकसभा का लड़ा तब जमानत की राशि 500 रुपए थी और विधानसभा चुनाव की जमानत राशि 200 रुपए थी।
– अब लोकसभा में जमानत राशि 25 हजार और विधानसभा चुनाव में 10 हजार हो गई है। उन्होंने कहा कि चुनाव के लिए सबसे पहले खुद की राशि जुटाता हूं। स्कूटी और बर्तन बेच दिए हैं। यह सब दान में मिला था।
– स्कूटी और बर्तन बेचने से 12 हजार रुपए मिले हैं। इसमे से 10 हजार रुपए मथुरा विधानसभा सीट से नामांकन के लिए जमानत राशि जमा होगी। जबकि, दो हजार रुपए चुनाव खर्च के लिए रखा है।
– नामांकन शुरू होने के पहले दिन 17 जनवरी को फक्कड़ बाबा चुनावी पर्चा भरेंगे। बाबा कहते हैं कि अब चुनाव अभियान में वाहन का इंतजाम चेले कर देंगे।
– विश्वास है कि इस बार भी चुनाव हार जाएंगे। इसलिए हम घबराते नहीं हैं। मैं ऐसा विरक्त हूं जो मथुरा में 60 साल से हूं और भारतीय संस्कृति का प्रचार करता हूं। मेरे पास न झोपड़ी है और न धर्मशाला है।
– बाबा का कहना है कि कुछ विरोधी लोग भ्रम में रहते हैं कि बाबा पैसे वाले हैं, लेकिन मैं तो मंदिर में रैन बसेरा में रहता हूं। अच्छे आदमी हैं तो जगह दे रखी है।
13 हजार घरों में करवा चुके हैं अखंड रामायण, बढ़ रहा है वोट बैंक
– फक्कड़ बाबा ने बताया कि वह अब तक 13 हजार घरों में अखंड रामायण का पाठ कर चुके हैं। इसके अलावा अन्य सार्वजनिक समारोह में भी पाठ करते हैं।
– वह कहते हैं कि जहां भी अखंड रामायण करते हैं, वहां वोट बैंक बढ़ रहा है।
– हालांकि, बाबा यह भी कहते हैं कि अब झूठ बोलने की प्रवृत्ति बढ़ रही है। लोग कह देते हैं कि बाबा आपको वोट देंगे, लेकिन उतने वोट नहीं मिलते हैं।
– उनका दावा है कि 20वें विधानसभा चुनाव में लहर आएगी और अपने आप लोग उन्हें वोट दे देंगे।
कानपुर में हुआ था जन्म, 60 साल से रह रहे हैं मथुरा में
– फक्कड़ बाबा का जन्म कानपुर के बिठूर में 73 साल पहले हुआ था। 11 वर्ष की उम्र में एक साधु के साथ वह मथुरा आगए।
– इसके बार परिवार वाले कई बार उन्हें बुलाने आए, लेकिन उन्होंने मथुरा नहीं छोड़ा। वह कहते हैं कि ब्रज कभी न छोड़ने का प्रण ले रखा है। जीते जी ब्रज को छोड़कर नहीं जाएंगे।
– उन्होंने परिवार को त्याग रखा है। बताते हैं कि तीन भाई थे, एक भाई अभी है और कानपुर में रहता है।