नई दिल्ली। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक से पहले आज पार्टी पदाधिकारियों को संबोधित किया। राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में भाजपा के शीर्ष पदाधिकारी पांच राज्यों में होने जा रहे विधानसभा चुनाव के मद्देनजर पार्टी की चुनावी रणनीति के खाके को अंतिम रूप दे सकते हैं। पार्टी नोटबंदी को अहम चुनावी मुद्दा बनाना चाहती है। पार्टी नोटबंदी के कदम को ‘‘कालाधन एवं भ्रष्टाचार के खिलाफ युद्ध’’ के तौर पर पेश करती है। इसके अलावा वह पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में लक्षित हमलों और ‘‘गरीब समर्थक’’ योजनाओं को भी भुनाना चाहती है। शाह ने दो दिवसीय कार्यकारिणी की बैठक में पारित किए जाने वाले पार्टी के प्रस्तावों को अंतिम रूप दिया है जिसका उद्घाटन उनके संबोधन के साथ होगा। भाजपा प्रमुख फरवरी-मार्च में खासकर उत्तर प्रदेश में होने जा रहे चुनाव को लेकर पार्टी को जीत के पथ पर अग्रसर करने के लिए अपने नेताओं को प्रेरित करेंगे।भाजपा नेताओं ने कहा कि चुनावी राज्यों में जमीनी स्थिति पर पार्टी नेता चर्चा और समीक्षा करेंगे
पार्टी इस अवसर का इस्तेमाल गरीब समर्थक एवं कमजोर तबका समर्थक के तौर पर अपनी छवि निखारने में करेगी और इस दौरान वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विभिन्न योजनाओं समेत सरकार की कई योजनाओं का उल्लेख करेगी। संसद में बजट सत्र पहले पेश करने के सरकार के कदम पर विपक्ष के हमलों के मद्देनजर इस अवसर पर भाजपा का शीर्ष नेतृत्व विपक्ष पर हमला बोल सकता है और पार्टी इसे कांग्रेस एवं अन्य विपक्षी दलों द्वारा मोदी के ‘‘गरीब समर्थक’’ एजेंडा को पटरी से उतारे जाने के एक अन्य प्रयास के तौर पर पेश कर सकती है।
लखनउ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बड़ी रैली के बाद पार्टी बेहद आशावान है और इसे वह नोटबंदी के लिए जनता की सकारात्मक प्रतिक्रिया के तौर पर ले रही है। पार्टी विपक्ष की आलोचना को भ्रष्ट लोगों का बचाव करने के उसके प्रयास के तौर पर पेश करने वाली है। बैठक में दो प्रस्ताव — एक राजनीतिक और अन्य आर्थिक, पेश किए जाने की संभावना है। बैठक में पिछले साल पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में भारतीय सेना के लक्षित हमलों का उल्लेख भी किया जा सकता है। निर्वाचन आयोग ने पांच राज्यों — उत्तर प्रदेश, पंजाब, मणिपुर, गोवा और उत्तराखंड में चुनावों की घोषणा की है।भाजपा की बीजेपी राष्ट्रीय कार्यकारिणी की दो दिवसीय बैठक आज दिल्ली के एनडीएमसी कन्वेंशन सेंटर में शुरु हो चुकी है। इसमें नोटबंदी, सर्जिकल स्ट्राइक और 5 राज्यों के चुनाव प्रमुख मुद्दे होंगे। पार्टी पदाधिकारियो और बीजेपी के प्रदेश अध्यक्षों की बैठक के साथ शुरू हुई। इस बैठक में कार्यकारिणी के एजेंडे को अंतिम रूप भी दिया जाएगा।
शाम 4 बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी पार्टी पदाधिकारियो की बैठक को संबोधित करेंगे। कार्यकारिणी के पहले दिन शाम 5 बजे पीएम मोदी बैठक का उद्घाटन करेंगे और फिर अमित शाह का अध्यक्षीय भाषण होगा। इस दो दिवसीय बैठक में आर्थिक और राजनीतिक प्रस्ताव रखे जाएंगे। आर्थिक प्रस्ताव में काला धन और नोटबंदी को लेकर मोदी सरकार के फैसले का गुणगान किया जाएगा। वही विपक्ष खासकर कांग्रेस, सपा,बीएसपी और टीएमसी की नोटबंदी का विरोध करने के कारण निंदा की जाएगी।
7 जनवरी को दूसरे दिन की बैठक
7 जनवरी को सुबह 9 बजे से कार्यकारिणी की दूसरे दिन की बैठक शुरू होगी। पीएम के भाषण के पहले आर्थिक प्रस्ताव में किसानों और कृषि को लेकर सरकार की नीतियों और उसके फायदे को भी गिनाया जाएगा। राजनीतिक प्रस्ताव में सर्जिकल स्ट्राइक को मोदी सरकार की बड़ी उपलब्धि बताया जाएगा और आज़ाद भारत की ऐतिहासिक घटना के तौर पर ज़िक्र होगा। इसे भारत के प्रति अंतर्राष्ट्रीय दृष्टिकोण में आए बदलाव का उपकरण के तौर पर पेश किया जायेगा।
7 जनवरी को शाम 4 बजे के आसपास पीएम मोदी का समापन भाषण होगा। कार्यकारिणी में 5 राज़्यों में होनेवाले विधानसभा चुनाव पर चर्चा होगी। उत्तर प्रदेश के चुनाव चर्चा के केंद्र में होंगे। कार्यकारिणी के सदस्यों से आम बजट को लेकर विचार लिए जाएंगे। जिसे सरकार तक पहुंचाया जाएगा। कार्यकारिणी में देश भर से लगभग 350 सदस्य शामिल होंगे सभी पूर्व अध्यक्ष सभी मुख्यमंत्री इसमें शामिल होंगे।