नोएडा । गौतमबुद्धनगर की दादरी विधानसभा सीट पर आजादी के बाद से ही कांग्रेस का दबदबा रहा। भाजपा का नाम पहले जनसंघ था। हर बार जनसंघ के प्रत्याशी मैदान में अपनी किस्मत आजमाते रहे, लेकिन हर बार उन्हें हार का मुंह देखना पड़ा।
भाजपा के इस सूखे को 1996 में नवाब सिंह नागर ने दूर कर कमल खिलाया। वह दो बार लगातार दादरी सीट से विधायक रहे। पिछली दो योजनाओं से सीट पर बसपा का कब्जा है। भाजपा दस वर्ष बाद एक बार फिर दादरी में कमल खिलाने की कोशिश में लगी है, लेकिन पार्टी की राह आसान नहीं है।
आजादी के बाद 1952 में हुए आम चुनाव में कांग्रेस के गुर्जर नेता रामचंद्र बिकल ने रिकार्ड 25 हजार मतों से विजय हासिल की थी। जनसंघ ने उनके सामने बाबू लेखराज को मैदान में उतारा था, लेकिन वह अपनी जमानत भी नहीं बचा सके थे। बाबू लेखराज को मात्र चार हजार मत मिले थे। हालांकि, इसके बाद अगले आम चुनाव में कांग्रेस ने रामचंद्र बिकल को सिकंदराबाद विधानसभा सीट से टिकट दिया।
दादरी से ठाकुर सत्यवती रावल को टिकट दिया गया। जनसंघ ने एक बार फिर दादरी सीट जीतने के लिए एडवोकेट महाराज सिंह को मैदान में उतार कर एडीचोटी का जोर लगाया। मतदाताओं ने एक बार फिर जनसंघ प्रत्याशी को नकारते हुए कांग्रेस को ही अपना वोट दिया। इसके बाद कई विधानसभा चुनावों में जनसंघ ने अपने प्रत्याशी चुनाव मैदान में उतार कर सूखे को समाप्त करने का प्रयास किया, लेकिन पार्टी को मतदाताओं का साथ नहीं मिला।
1996 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने दादरी सीट पर अपना परचम लहराया। पार्टी प्रत्याशी नवाब सिंह नागर ने कांग्रेस के लिखीराम नागर को करीब 21 हजार के भारी अंतर से हराकर कमल खिलाया। 2002 के विधान सभा चुनाव में भी नवाब सिंह नागर ने बाजी मारते हुए कांग्रेस के रघुराज सिंह को करीब 11 हजार मतों के अंतर से पराजित किया।
दस वर्ष तक दादरी से भाजपा विधायक रहे, लेकिन 2007 के विधान सभा चुनाव में बसपा ने भाजपा से दादरी सीट छीन ली। भाजपा ने 2012 में एक बार फिर नवाब सिंह नागर को मैदान में उतार कर सीट पुन हासिल करने का प्रयास किया, लेकिन वह हाथी को नहीं रोक सके। इस बार भाजपा दादरी में फिर से कमल खिलाने में जुटी है।
दादरी सीट से विजयी और पराजित उम्मीदवार
वर्ष विजय प्रत्याशी पार्टी पराजित प्रत्याशी पार्टी
1952 रामचंद्र बिकल कांग्रेस लेखराज जनसंघ
1957 सत्यवती रावल कांग्रेस महाराज सिंह जनसंघ
1962 रामचंद्र बिकल कांग्रेस तेजसिंह भाटी
1967 तेज सिंह भाटी कांग्रेस अजयपाल रौसा भाकपा
1969 रामचंद्र बिकल कांग्रेस
1971 विजयपाल भाटी कांग्रेस तेजसिंह भाटी
1974 तेजसिंह भाटी एनओसी बिशंबर दयाल शर्मा बीकेडी
1977 तेजसिंह भाटी जपा रतिराम भाटी कांग्रेस
1980 विजयपाल भाटी कांग्रेस तेजसिंह भाटी जपा
1985 महेंद्र सिंह भाटी दमकिपा विजयपाल भाटी कांग्रेस
1989 महेंद्र सिंह भाटी जद रतिराम भाटी कांग्रेस
1991 महेंद्र सिंह भाटी जद बिहारी सिंह बागी जपा
1993 समीर भाटी जद चौ. वेदराम नागर कांग्रेस
1996 नवाब सिंह नागर भाजपा लखीराम नागर कांग्रेस
2002 नवाब सिंह नागर भाजपा रघुराज सिंह कांग्रेस
2007 सतवीर गुर्जर बसपा नवाब सिंह नागर भाजपा
2012 सतवीर गुर्जर बसपा नवाब सिंह नागर भाजपा