हम भले ही महिला सशक्तिकरण की बड़ी-बड़ी बातें राजनीतिक, धार्मिक मंच से करें। लेकिन वास्तविकता यह है कि यह स्त्री को मंदिर में जाने से रोक दिया जाता है। स्त्री को देश के हर मंदिर में तो नहीं लेकिन देश में कुछ विशेष मंदिर ऐसे भी हैं। जहां स्त्रियों के प्रवेश पर रोक है।
कार्तिकेय मंदिर: हरियाणा के पेहोवा में स्थित है। कार्तिकेय मंदिर जहां ब्रह्मचारी कार्तिकेय के मंदिर में महिलाओं का प्रवेश वर्जित है और साथ ही श्राप मिलने का डर से उन्हें भयभीत किया जाता है। पेहोवा महाभारतकालीन धर्मनगरी है, जो कुरुक्षेत्र के नजदीक स्थित है।
कार्तिकेय मंदिर में भगवान महादेव के पुत्र कुमार कार्तिकेय का। महिलाएं मंदिर परिसर में आ तो जाती हैं लेकिन उन्हें मंदिर के गर्भ गृह में प्रवेश की इजाजत नहीं है।
सबरीमाला श्री अय्यपा मंदिर: यह मंदिर केरल के पथानामथिट्टा में स्थित है। सबरीमाला में भगवान अय्यपा मंदिर में मासिक धर्म वाली 10 एवं 50 आयु वाली महिलाओं के प्रवेश पर रोक है।
केरल की राजधानी तिरुवनंतपुरम से 175 किमी की दूरी पर पंपा में सबरीमाला श्री अय्यपा मंदिर है। समुद्रतल से लगभग 1000 मीटर की ऊंचाई पर शबरीमला मंदिर है। कंब रामायण, महाभागवत के अष्टम स्कंध और स्कंदपुराण के असुर कांड में जिस शिशु शास्ता का जिक्र है, अयप्पन उसी के अवतार माने जाते हैं।
कहते हैं, शास्ता का जन्म मोहिनी वेषधारी विष्णु और शिव के समागम से हुआ था। उन्हीं अयप्पन का मशहूर मंदिर पूणकवन के नाम से विख्यात 18 पहाड़ियों के बीच स्थित इस धाम में है, जिसे सबरीमला मंदिर कहा जाता है।
घटई देवी मंदिर: यह मंदिर महाराष्ट्र के सतारा में है। मंदिर में महिलाओं का प्रवेश निषेध है। मंदिर से बोर्ड गायब है लेकिन इजाजत अभी भी नहीं है। यहां महिलाएं बाहर से पूजा करके चली जाती है
हम भले ही महिला सशक्तिकरण की बड़ी-बड़ी बातें राजनीतिक, धार्मिक मंच से करें। लेकिन वास्तविकता यह है कि यह स्त्री को मंदिर में जाने से रोक दिया जाता है। स्त्री को देश के हर मंदिर में तो नहीं लेकिन देश में कुछ विशेष मंदिर ऐसे भी हैं। जहां स्त्रियों के प्रवेश पर रोक है।
कार्तिकेय मंदिर: हरियाणा के पेहोवा में स्थित है। कार्तिकेय मंदिर जहां ब्रह्मचारी कार्तिकेय के मंदिर में महिलाओं का प्रवेश वर्जित है और साथ ही श्राप मिलने का डर से उन्हें भयभीत किया जाता है। पेहोवा महाभारतकालीन धर्मनगरी है, जो कुरुक्षेत्र के नजदीक स्थित है।
कार्तिकेय मंदिर में भगवान महादेव के पुत्र कुमार कार्तिकेय का। महिलाएं मंदिर परिसर में आ तो जाती हैं लेकिन उन्हें मंदिर के गर्भ गृह में प्रवेश की इजाजत नहीं है।
सबरीमाला श्री अय्यपा मंदिर: यह मंदिर केरल के पथानामथिट्टा में स्थित है। सबरीमाला में भगवान अय्यपा मंदिर में मासिक धर्म वाली 10 एवं 50 आयु वाली महिलाओं के प्रवेश पर रोक है।
केरल की राजधानी तिरुवनंतपुरम से 175 किमी की दूरी पर पंपा में सबरीमाला श्री अय्यपा मंदिर है। समुद्रतल से लगभग 1000 मीटर की ऊंचाई पर शबरीमला मंदिर है। कंब रामायण, महाभागवत के अष्टम स्कंध और स्कंदपुराण के असुर कांड में जिस शिशु शास्ता का जिक्र है, अयप्पन उसी के अवतार माने जाते हैं।
कहते हैं, शास्ता का जन्म मोहिनी वेषधारी विष्णु और शिव के समागम से हुआ था। उन्हीं अयप्पन का मशहूर मंदिर पूणकवन के नाम से विख्यात 18 पहाड़ियों के बीच स्थित इस धाम में है, जिसे सबरीमला मंदिर कहा जाता है।
घटई देवी मंदिर: यह मंदिर महाराष्ट्र के सतारा में है। मंदिर में महिलाओं का प्रवेश निषेध है। मंदिर से बोर्ड गायब है लेकिन इजाजत अभी भी नहीं है। यहां महिलाएं बाहर से पूजा करके चली जाती है