बीजिंग .चीन ने भारत से कहा कि वह न्यूक्लियर सप्लायर्स ग्रुप (एनएसजी) में उसकी एंट्री के दावे पर बात करने के लिए तैयार है। लेकिन, वह जैश-ए-मोहम्मद के चीफ मसूद अजहर के बैन का यूएन में विरोध करेगा। वह काउंटर टेररिज्म के नाम पर किसी को भी राजनीतिक फायदा नहीं लेने देगा। बता दें कि भारत ने अजहर पर बैन लगाने और आतंकी घोषित करने के लिए यूनाइटेड नेशन्स ( यूएन) में एप्लिकेशन दे रखी है। यह बयान ऐसे वक्त आया है जब चीन के प्रेसिडेंट शी जिनपिंग BRICS समिट में शामिल होने के लिए इस हफ्ते भारत आ रहे हैं।
और क्या कहा चीन ने…
– चीन के वाइस फॉरेन मिनिस्टर ली बाडोंग ने सोमवार को कहा- “आतंकवाद के नाम पर कोई भी देश राजनीतिक फायदा नहीं उठा सकता है। काउंटर टेररिज्म पर डबल स्टैंडर्ड नहीं होना चाहिए।”
– बता दें कि यूएन में चीन दो बार अजहर मसूद को बैन करने के फैसले पर अडंगा लगा चुका है। दोनों बार उसने वीटो पॉवर का इस्तेमाल किया।
– चीन ने भारत की एप्लिकेशन को रोकने के लिए ‘तकनीकी रोक’ का हवाला दिया। इसका इस्तेमाल तभी किया जा सकता है, जब किसी मुद्दे पर मेंबर्स के बीच अलग-अलग विचार हों।
– इससे सिक्युरिटी काउंसिल को और विचार करने का वक्त मिल जाता है।
– चीन 15 मेंबर्स वाली यूएन सिक्युरिटी काउंसिल का अकेला मेंबर है, जिसने भारत की मांग पर अड़ंगा लगा रखा है। 14 मेंबर भारत के सपोर्ट में हैं।
एनएसजी में भारत के दावे पर क्या कहा चीन ने?
– बाडोंग ने कहा- “भारत के एनएसजी में शामिल होने के बारे में भी हमारा रुख साफ है। हम सब कुछ प्रोसेस के तहत चाहते हैं। ये प्रोसेस चीन अकेला तय नहीं करता है।
– इस मुद्दे पर भारत के साथ सहमति बन सके इसके लिए हम बातचीत करने को तैयार हैं।”
मसूद मामले में पहले क्या कहा था चीन ने?
– चीन ने मसूद अजहर को बैन करने के मामले में दावा किया था- “यूएन में भारत की तरफ से मार्च में दी गई एप्लिकेशन पर अब भी अलग-अलग विचार हैं।”
– चीन की फॉरेन मिनिस्ट्री ने कहा था है- “चीन सभी तरह के आतंकवाद से मुकाबले का समर्थन करता है।”
– “आतंकवाद के खिलाफ हम अंतरराष्ट्रीय सहयोग बढ़ाने के पक्ष में हैं और इस बारे में यूएन से मददगार रवैये की अपेक्षा रखते हैं।”
– “अजहर के मसले पर सबूतों के आधार पर और बिना किसी का पक्ष लिए फैसला होना चाहिए।”
– चीन की फॉरेन मिनिस्ट्री ने कहा था है- “चीन सभी तरह के आतंकवाद से मुकाबले का समर्थन करता है।”
– “आतंकवाद के खिलाफ हम अंतरराष्ट्रीय सहयोग बढ़ाने के पक्ष में हैं और इस बारे में यूएन से मददगार रवैये की अपेक्षा रखते हैं।”
– “अजहर के मसले पर सबूतों के आधार पर और बिना किसी का पक्ष लिए फैसला होना चाहिए।”
बैन से क्या होगा?
–अगर यूएन अजहर मसूद पर बैन लगा देता है, तो वह दुनिया में ट्रैवल नहीं कर पाएगा। उसकी प्रॉपर्टीज को जब्त कर लिया जाएगा।
कौन है मसूद अजहर?
– मसूद पठानकोट हमले का मास्टरमाइंड और जैश-ए-मोहम्मद का चीफ है।
– अजहर वही आतंकी है, जिसे 17 साल पहले कंधार प्लेन हाईजैक केस में पैसेंजरों की रिहाई के बदले भारतीय जेल से रिहा किया गया था।
– 24 दिसंबर, 1999 को पांच हथियारबंद आतंकवादियों ने 178 पैसेंजरों के साथ इंडियन एयरलाइन्स के आईसी-814 प्लेन को काठमांडू से हाईजैक किया था।
– प्लेन को अमृतसर, लाहौर और दुबई के रास्ते अफगानिस्तान के कंधार एयरपोर्ट ले जाया गया था।
– आतंकियों ने भारत सरकार से 178 पैसेंजरों को छोड़ने के बदले तीन आतंकियों की रिहाई का सौदा किया।
– उस वक्त की अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार ने पैसेंजरों की जान बचाने के लिए तीनों आतंकियों को छोड़ने का फैसला किया।
– भारत की जेलों में बंद आतंकी मौलाना मसूद अजहर, मुश्ताक अहमद जरगर और अहमद उमर सईद शेख को कंधार ले जाया गया था।
– इसी मसूद अजहर ने 2000 में आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद बनाया था।
– मसूद पठानकोट हमले का मास्टरमाइंड और जैश-ए-मोहम्मद का चीफ है।
– अजहर वही आतंकी है, जिसे 17 साल पहले कंधार प्लेन हाईजैक केस में पैसेंजरों की रिहाई के बदले भारतीय जेल से रिहा किया गया था।
– 24 दिसंबर, 1999 को पांच हथियारबंद आतंकवादियों ने 178 पैसेंजरों के साथ इंडियन एयरलाइन्स के आईसी-814 प्लेन को काठमांडू से हाईजैक किया था।
– प्लेन को अमृतसर, लाहौर और दुबई के रास्ते अफगानिस्तान के कंधार एयरपोर्ट ले जाया गया था।
– आतंकियों ने भारत सरकार से 178 पैसेंजरों को छोड़ने के बदले तीन आतंकियों की रिहाई का सौदा किया।
– उस वक्त की अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार ने पैसेंजरों की जान बचाने के लिए तीनों आतंकियों को छोड़ने का फैसला किया।
– भारत की जेलों में बंद आतंकी मौलाना मसूद अजहर, मुश्ताक अहमद जरगर और अहमद उमर सईद शेख को कंधार ले जाया गया था।
– इसी मसूद अजहर ने 2000 में आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद बनाया था।
BRICSसमिट 15-16 अक्टूबर को
– 15-16 अक्टूबर को गोवा में होने वाले BRICS सम्मेलन में ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका हिस्सा ले रहे हैं।
– गौरतलब है कि भारत ने बिना नाम लिए कहा था कि एनएसजी का एक देश भारत को उसका सदस्य बनने में अडंगा डाल रहा है।
– भारत और चीन ने इस मसले पर हाल के दिनों में कई बैठकें की हैं।
– गौरतलब है कि भारत ने बिना नाम लिए कहा था कि एनएसजी का एक देश भारत को उसका सदस्य बनने में अडंगा डाल रहा है।
– भारत और चीन ने इस मसले पर हाल के दिनों में कई बैठकें की हैं।