खेत में पानी पटाने के लिए दो पड़ोसियों के बीच झगड़े में कार्रवाई करते हुए नाबालिग सहित दो लोगों को जेल भेजा गया।
रांची। झारखंड के खूंटी में बाल मित्र थाने की एक और करतूत सामने आ गई है, जब थाना प्रभारी ने एक नाबालिग को जेल भेज दिया। मामला सिर्फ इतना है कि उक्त नाबालिग की पैरवी करनेवाली सामाजिक कार्यकर्ता पूर्व में थाना प्रभारी की शिकायत ऐसे ही एक मामले में कर चुकी थी। मामला तीन नाबालिगों को जेल भेजने का था। अब जिस मामले में नाबालिग को जेल भेजा गया है वह कोई बड़ा मामला भी नहीं है। मामूली मारपीट थी जिसमें एकपक्षीय कार्रवाई की गई है। खेत में पानी पटाने के लिए दो पड़ोसियों के बीच झगड़े में कार्रवाई करते हुए नाबालिग सहित दो लोगों को जेल भेजा गया। दोनों आपस में मामा-भांजा हैं। पुलिस जब नाबालिग को पकड़कर लाई तो उसके परिजनों ने नाबालिग होने को प्रमाण भी दिया, लेकिन उनके दावों को स्वीकार नहीं किया गया। नाबालिग के पास मौजूद प्रमाणपत्र के अनुसार उसकी उम्र 17 वर्ष है।
खूंटी के इस बाल मित्र थाने से पहले भी तीन नाबालिगों को जेल भेजा जा चुका है। इस मामले की जांच अभी तक चल रही है। शिकायतों और पूर्व के आरोपों को देखते हुए खूंटी एसपी को अपर पुलिस महानिदेशक अनुराग गुप्ता ने पत्र लिखकर आगाह किया है कि ऐसे अधिकारियों से पूरे महकमे की छवि धूमिल होती है। उन्होंने खासकर थाना प्रभारी केके पांडा और अवर निरीक्षक बासुदेव शाह के खिलाफ कार्रवाई नहीं होने को संज्ञान में लिया है। अपर पुलिस महानिदेशक ने एसपी को शीघ्र ही मामले की जांच कर कार्रवाई करने को कहा है।