लखनऊ: BSP मुखिया मायावती ने भ्रष्टाचार के मुद्दे पर समाजवादी पार्टी और BSP की साठगांठ के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आरोप को ‘मिथ्या एवं भ्रामक प्रचार’ करार दिया.
मायावती ने एक बयान में कहा कि प्रधानमंत्री ने बीते 24 अक्तूबर को महोबा जिले में अपनी रैली के दौरान SP और BSP की मिलीभगत का आरोप लगाया था. मोदी अपनी पार्टी बीजेपी की तरह ही, मिथ्या तथा भ्रामक प्रचार करने में अभी से ही जुट गये हैं.
उन्होंने कहा कि दो जून 1995 को लखनऊ के स्टेट गेस्ट हाऊस में SP नेतृत्व द्वारा उन पर कराये गये जानलेवा हमले के ‘अक्षम्य अपराध’ के बाद BSP ने कभी भी SP से कोई नाम मात्र का भी सियासी मेल-जोल नहीं रखा है. तब से लेकर आज तक BSP हर मोर्चे पर SP के आपराधिक चाल, चरित्र व चेहरे का लगातार विरोध करती रही है.
BSP मुखिया ने कहा कि पार्टी के स्तर के साथ-साथ सरकार में रहते हुये भी उनकी पार्टी की सरकार ने SP के भ्रष्टाचार और उसके द्वारा राजनीति के अपराधीकरण का डटकर विरोध किया है तथा इस सम्बन्ध में अनेक सख़्त फैसले लेकर कानूनी कार्रवाई भी की थी.
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री ने बीते 24 अक्तूबर को महोबा में आयोजित ‘परिवर्तन महारैली’ में कहा था कि चुनाव प्रचार में BSP और SP एक-दूसरे पर भ्रष्टाचार लगाते रहते हैं लेकिन सत्ता में आने पर उन्होंने कभी दूसरी पार्टी के भ्रष्टाचारियों को जेल नहीं भेजा. ये दोनों पार्टियां जनता को भ्रमित करने का खेल खेलकर कुर्सी हथियाती हैं.