मायावती: साजिशन 6 को ही ढहाया ढांचा

बीएसपी प्रमुख मायावती ने छह दिसंबर के दिन ही अयोध्या में विवादित ढांचा ढहाने को साजिश बताते हुए बीजेपी-आरएसएस को फिर घेरा। अम्बेडकर परिनिर्वाण दिवस पर आयोजित श्रद्धांजलि समारोह में माया ने कहा कि बीजेपी और आरएसएस को बाबा साहेब का बनाया धर्मनिरपेक्ष संविधान बर्दाश्त बीएसपी प्रमुख मायावती ने छह दिसंबर के दिन ही अयोध्या में विवादित ढांचा ढहाने को साजिश बताते हुए बीजेपी-आरएसएस को फिर घेरा। अम्बेडकर परिनिर्वाण दिवस पर आयोजित श्रद्धांजलि समारोह में माया ने कहा कि बीजेपी और आरएसएस को बाबा साहेब का बनाया धर्मनिरपेक्ष संविधान बर्दाश्त नहीं है। इन्हें अच्छा नहीं लगता कि बाबा साहेब ने अल्पसंख्यकों को संविधान में अधिकार दिए। इसीलिए इन्होंने छह दिसंबर को ढांचा ढहाया।

मायावती ने अल्पसंख्यकों को साधने के साथ ही मंडल कमिशन की बात कर ओबीसी और दलितों को भी साधा। उन्होंने कहा कि 1989 में बीएसपी के तीन सांसद थे। तत्कालीन प्रधानमंत्री वीपी सिंह ने समर्थन मांगा तो हमने तीन शर्तें रखीं। पहली-अम्बेडकर को भारत रत्न दिया जाए, दूसरी-मंडल कमिशन और तीसरी-बीजेपी का अयोध्या अजेंडा लागू न हो पाए। वीपी ने तीनों शर्तें मान लीं। इसके बाद बीजेपी ने समर्थन वापस ले लिया।

निशाने पर अखिलेश :

सपा सरकार का मुखिया वास्तव में बबुआ ही है। कभी अम्बेडकर परिनिर्वाण दिवस की छुट्टी कैंसल करता है कभी बहाल कर देता है।

-बबुआ कहता है कि हाथी खड़े हैं, वे बैठते नहीं। मैं पूछना चाहती हूं कि जनेश्वर मिश्र पार्क की प्रतिमाएं क्या स्थान बदलती रहती हैं।

मोदी:

-नरेंद्र मोदी फकीर क्या बनेंगे? उन्होंने तो देश की 90 फीसदी जनता को ही फकीर बना दिया। जनता नोटबंदी का जवाब बीजेपी को चौथे नंबर पर पहुंचाकर देगी।

-मोदी ने ओबीसी वोटों के लिए अपना चोला ही बदल लिया। वह सवर्ण घांची जाति के हैं। इसे ओबीसी में दर्ज करवाकर पिछड़ों का हक मारा है।

कांग्रेस:

-देश में और ज्यादातर राज्यों में इतने साल कांग्रेस का शासन रहा, लेकिन एससी/एसटी का कोटा पूरा नहीं होने दिया गया।

-प्रमोशन में कोटा के लिए हमने प्रयास किया लेकिन बीजेपी, कांग्रेस और सपा की मिलीभगत से लोकसभा में बिल अटका है।

 

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