चंदौली के बर्थराखुर्द की 12 वर्षीया अनुष्का पांडेय ने अपने मामा पर पिता को फर्जी मुकदमे में फंसाने और मां को गायब करने का आरोप लगाया है। दस माह से पिता के जेल में रहने और मां के लापता होने के बाद अनुष्का व उसके छोटे भाई-बहन की स्थित दयनीय हो गयी है।
स्कूल से नाम कट गया है और भोजन तक की समस्या खड़ी हो गई है। इससे त्रस्त अनुष्का बुधवार को डीआईजी विजय भूषण से मिली और इच्छा मृत्यु की मांग की। डीआईजी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए चंदौली पुलिस को जांच के आदेश दिये हैं।
अनुष्का ने डीआईजी को बताया कि उसकी मां गुड़िया की 13 साल पहले पिता ओमप्रकाश पांडेय से शादी हुई थी। पिपरी गांव निवासी उसके मामा चंद्रशेखर तिवारी 14 नवम्बर 2015 को उसके घर आये। हम भाई-बहनों के सामने मां को अपने साथ मां को मायके लेते गये। जाते समय मां ने उससे बताया कि नानी की तबीयत खराब है। उन्हें देखकर वापस आ जाएंगी।
इसके बाद मामा ने 15 दिसम्बर 2015 को चंदौली थाने में पिता के खिलाफ दहेज उत्पीड़न और मां के अपहरण की रिपोर्ट दर्ज करा दी। यह भी आरोप लगाया कि मेरे पिता ने दूसरी शादी कर ली है। पुलिस ने पिता को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। दस माह हो गये पिता जेल में और मां लापता हैं।
दादी के साथ रह रही अनुष्का ने बताया कि माता-पिता के अलावा उनका कोई सहारा नहीं है। फीस जमा न होने से स्कूल से तीनों भाई-बहनों के नाम काट दिये गये हैं। मेरे पापा निर्दोष हैं और मामा की नीयत ठीक नहीं है। गुहार लगायी कि मामले की जांच कराकर पिता को जेल से रिहा किया जाय और मां का पता लगाया जाय। नहीं तो प्रशासन और काननू हमें इच्छा मृत्यु का आदेश दें।