नई दिल्ली। दिल्ली के नए उपराज्यपाल के तौर पर पूर्व प्रशासनिक अधिकारी अनिल बैजल के नाम का औपचारिक ऐलान के बाद अब उनके शपथ ग्रहण की तैयारियां शुरू हो गई है।
अनिल बैजल 31 दिसंबर को सुबह 11 बजे राजनिवास में उपराज्यपाल पद की शपथ लेंगे। इनके सामने सबसे बड़ी चुनौती दिल्ली सरकार के फैसलों की फाइलें जांचने के लिए गठित शुंगलू कमिटी की रिपोर्ट सार्वजनिक करना होगा।
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यह रिपोर्ट तय करेगी कि आगामी दिनों में राज निवास और दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार के रिश्ते किस प्रकार रहेंगे। नए उपराच्यपाल के बारे में कहा जा रहा है कि वह भी सरकार को उसी तरह चलाएंगे, जैसे एक केंद्र शासित प्रदेश को चलाया जाता है।
अनिल बैजल केंद्रीय गृह सचिव भी रह चुके हैं। चूंकि दिल्ली सरकार की बागडोर गृह मंत्रालय के अधीन है, इसलिए वह राजधानी के राजनैतिक मिजाज को भली-भांति जानते हैं।
राजनिवास से विदा हुए नजीब जंग
बृहस्पतिवार को पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत राजनिवास में नजीब जंग की विदाई हुई। इस अवसर पर तमाम अधिकारी, कर्मचारी मौजूद थे। नजीब जंग ने इनसे अपने अनुभवों के बारे में बातें की और सभी से कहा कि राजनिवास से विदा होने के बाद भी अगर किसी अधिकारी व कर्मचारियों को उनसे कोई मदद की जरूरत हो तो वह बेहिचक उनसे बात करें उन्हें अच्छा लगेगा और अपने स्तर पर वह हरसंभव मदद करेंगे।
अचानक इस्तीफे को लेकर जो बातें चल रही थी कि वह अपने विदाई समारोह में इसका कारण बताएंगे, नजीब जंग ने एक बार फिर दोहराया कि उन्होंने व्यक्तिगत कारणों से इस्तीफा दिया है। वह अध्ययन-अध्यापन तथा अपनी 95 साल की मां को समय देंगे।