राशन कार्ड सीएम की फोटो के साथ बांटा गया, भाजपा ने कहा-चुनाव आयोग में करेंगे शिकायत

लखनऊ:  यूपी में खाद्य सुरक्षा अधिनियम 2013 जनवरी 2016 से लागू कर दिया गया है। इसी के तहत सीएम अखिलेश यादव ने बुधवार को 5 किलो अनाज के साथ नया राशन कार्ड भी दिया। अब यूपी में 3 करोड़ से ऊपर लोगों को नया राशन कार्ड बांटा जाएगा। जिसे 15 दिन में बांटना है। इन सबके बीच नया विवाद यह खड़ा हो गया है कि नए राशन कार्ड पर सीएम अखिलेश यादव की फोटो लगी हुई है। जबकि, ये योजना केंद्र की है। वहीं बीजेपी आगामी चुनाव को देखते हुए इसे सपा की चाल बता रही है। अब इस मामले पर भाजपा चुनाव आयोग जाएगी।
सीएम अखिलेश ने दी है सफाई
– वहीं इस मुद्दे पर सीएम अखिलेश यादव ने सफाई भी दी है।
– उन्होंने कहा है कि अब लोग सवाल उठाएंगे की अनाज के झोले पर और राशन कार्ड पर अपनी फोटो क्यों लगाई।
– सीएम ने कहा कि किसने यह काम किया है यह जनता को पता होना चाहिए।
– यही वजह थी कि एम्बुलेंस पर भी समाजवादी लिखवाया गया था।
क्या कहती है भाजपा
– वहीं भाजपा प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य का कहना है कि राशन कार्ड पर सीएम का फोटो होना बिलकुल अनुचित है।
– उन्होंने कहा कि यूपी में चुनाव है और यही वजह है की सपा अब इस तरह के हथकंडे चल रही है।
– उन्होंने कहा खाद्य सुरक्षा अधिनियम केंद्र की योजना है। ऐसे में अपना फोटो लगाना गलत है।
– भाजपा जल्द ही इस मामले को लेकर चुनाव आयोग जायेगी.
3 साल पहले एम्बुलेंस पर मची थी रार
– वहीं तीन साल पहले केंद्र में जब यूपीए की सरकार थी तब भी यही मामला सामने आया था।
– केंद्र की योजना के तहत आई एम्बुलेंस पर समाजवादी शब्द लिखा गया था।
– तब कांग्रेस ने इस पर आपत्ति जताई थी।
– यूपी सरकार की जिद के चलते केंद्र सरकार ने योजना को फंड देना भी बंद कर दिया था।
– बाद में अखिलेश सरकार ने अपने फंड से योजना संचालित की।
एमपी में बिजली बिल से हटाया गया था सीएम का फोटो
– बीते लोकसभा चुनावों से पहले ऐसा ही एक मामला मध्य प्रदेश में भी आया था।
– जहां बिजली बिल पर सीएम शिवराज सिंह चौहान का फोटो और सरकार की उपलब्धियां लिखी गयी थीं।
– बाद में विपक्षी दलों द्वारा जब चुनाव आयोग में शिकायत हुई तो आनन फानन में सीएम की फोटो हटाई गयी।
क्या कहते हैं एक्सपर्ट
– वरिष्‍ठ पत्रकार रतन मणि लाल कहते हैं कि यह पूरी तरह से गलत है।
– किसी भी सरकारी डॉक्यूमेंट पर किसी एक व्यक्ति का फोटो कैसे लगाया जा सकता है।
– क्योंकि सरकारें तो आती-जाती रहती हैं जबकि डॉक्यूमेंट आम आदमी के पास रह जाता है।
– रतन कहते हैं कि राशन कार्ड और अनाज के झोले पर सीएम की फोटो चुनाव को ध्यान में रख कर ही लगाई गयी है।
– उन्होंने कहा कि सरकार को 15 दिन के अन्दर ही 3 करोड़ से ज्यादा लोगों को राशन कार्ड बांटना है।
– क्योंकि जल्द ही आचार सहिंता भी लग जाएगी। इसलिए सरकार चाहती है कि नए राशन कार्ड ज्यादा से ज्यादा हाथों में पहुंच जाए।
क्या कहते हैं जानकार
– रिटायर्ड आईएएस एसपी सिंह कहते हैं कि सरकारी डॉक्यूमेंट पर सीएम की फोटो लगाना पूरी तरह गलत है।
– उन्होंने कहा यह चुनावों में वोटरों को प्रभावित करने का चुनावी स्टंट है।
– अगर चुनाव आयोग में शिकायत होती है तो आयोग इस पर एक्शन भी ले सकता है।
– एसपी सिंह ने कहा राशन कार्ड पर सिर्फ लाभार्थी की ही फोटो होगी।

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