रेस्तरां में खाने पर सर्विस चार्ज को लेकर होटलों में कस्टमर्स का हो रहा झगड़ा

भोपाल। रेस्तरां में खाने पर सर्विस चार्ज देना जरूरी नहीं है, इसको लेकर जारी की गई अधिसूचना के बाद राजधानी के रेस्तरां में कस्टमर और रेस्तरां संचालकों के बीच बहस होने लगी है। बिल में जुड़कर आ रहे सर्विस टैक्स को लेकर भी अब कस्टमर वेटर और मैनेजर्स से उलझने लगे हैं।

ताजा मामले में न्यू मार्केट स्थित रेस्तरां में बिल में सर्विस टैक्स जुड़ा होने पर ही कस्टमर ने वेटर के साथ बहसबाजी की। रेस्तरां संचालक के हस्तक्षेप के बाद मामला शांत हुआ। दरअसल उपभोक्ता मामलों के विभाग ने दो जनवरी को अधिसूचना जारी कर कहा था कि रेस्तरां में सर्विस चार्ज यानि सेवा शुल्क देना ग्राहक की इच्छा पर निर्भर है और वह चाहे तो इसका भुगतान करने से इनकार कर सकता है।

राजधानी के न्यू मार्केट स्थित क्वालिटी रेस्टारेंट के संचालक हरजेश राय सचदेवा बताते हैं कि पिछले दो दिनों से हमारे यहां आने वाले कस्टमर सर्विस चार्ज और सर्विस टैक्स के कन्फ्यूजन को लेकर उलझ रहे हैं। उनको सर्विस चार्ज नहीं देने की समझाइश देना पड़ रही है। हालांकि हम पहले ही सर्विस चार्ज नहीं ले रहे हैं। ऐसा ही स्पष्टीकरण मिलन रेस्टारेंट, हकीम और अन्नपूर्णा रेस्टारेट के संचालकों और मैनेजर्स को देना पड़ा है। इन सभी रेस्तरां में सर्विस चार्ज नहीं लिया जा रहा है।

नोटबंदी के बाद कारोबार हुआ कम

रेस्तरां संचालकों का कहना है कि नोटबंदी के बाद वैसे भी हमारा कारोबार बहुत कम हो गया है। शाम के समय पर कई रेस्तरां सूने देखे जा सकते हैं। ऐसे में सर्विस चार्ज को लेकर की गई घोषणा ने और मुश्किल बढ़ा दी है।

क्या कहते हैं जानकार

सर्विस चार्ज रेस्तरां मालिक पर निर्भर

रेस्तरां में खाने के लिए आने वाले कस्टमर से सर्विस चार्ज वसूला जाए या नहीं, यह रेस्तरां मालिक पर निर्भर करता है। इसके चलते ही कई रेस्तरां में सर्विस चार्ज नहीं लिया जाता है। 

सर्विस टैक्स तो देना होगा

रेस्तरां में सर्विसेज के लिए रेस्तरां संचालक द्वारा बिल में सर्विस टैक्स लिया जाता है। यह सरकार के खाते में जाता है। इसको लेकर कोई संशय नहीं होना चाहिए। 

हम नेशनल एसोसिएशन के साथ

नेशनल रेस्तरां एसोसिएशन ऑफ इंडिया ने इसके खिलाफ अपना पक्ष रखने के लिए कानूनी सहारा लेने का संकेत दिया है। हम भी एसोसिएशन के साथ हैं लेकिन तब तक के लिए हमने भी सर्विस चार्ज का देना कस्टमर की इच्छा पर छोड़ दिया है। 

 

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