लखनऊ. अखिलेश यादव 16 नवंबर को गोमती नदी पर बने रिवरफ्रंट के प्रथम चरण के कार्यों का उद्धाटन करेंगे। गोमती नदी की खूबसूरती को संवारने के लिए सरकार ने रिवरफ्रंट योजना बनाई है। इसके तहत गोमती के तटों पर सुंदरीकरण का काम चल रहा है। साथ ही इस योजना से गोमती को भी संरक्षित करने की भी योजना है।
39.97 करोड़ रुपए हए खर्च
– पहले फेज में गोमती रिवर फ्रंट 1.70 किलोमीटर लंबा होगा। इसकी पूर्व स्वीकृत परियोजना लागत 28.94 करोड़ रुपए थी, जिसे बाद में बढ़ाकर 39.97 करोड़ किया गया।
– इसमें गोमती नदी के सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट, लैण्डस्केपिंग, ढाई मीटर चौड़ा जॉगिंग ट्रैक, चार मीटर चौड़े पाथ वे बनाया गया है।
– हनुमान सेतु मंदिर पर बंधा रोड के लेवल पर 1650 वर्ग मीटर एरिया में 36 कारों और 140 दो पहिया वाहनों के लिए ओपेन पार्किंग की व्यवस्था कि गई है।
– साथ ही पुलिस चेक पोस्ट भी बनाए गए हैं।
रिवर क्रूज और वाटर बस चलाने की योजना
– सरकार की योजना है कि गोमती नदी में रिवर क्रूज और वॉटर बस भी चलाई जाए।
– सूत्रों के अनुसार क्रूज और वॉटर बस की सेवा को लेकर विचार भी हो रहा है, जल्द ही यह सेवा भी चलाई जाएगी।
– अभी हनुमान सेतु से डालीगंज पुल तक और गोमती नदी के बाएं तटबंध का विकास कार्य तेज रफ्तार से किया जा रहा है।
पौधों में लगाई जाएगी चिप
– पौधों को कोई नुकसान न पहुंचा पाए, इसके लिए पौधों में चिप लगाई जाएगी, जिसे कंट्रोल रूम से जोड़ा जाएगा।
– वहीं नदी में लंदन की टेम्स नदी की तरह वाटर स्पोर्टस और बोटिंग का भी लोग मजा ले सकेंगे। नदी के दोनों तरफ सड़के बनाई जाएगी।