बंटी-बबली ने लोगों को लगाया करोड़ों का चूना, हुए फरार!

पटना में एक पति-पत्नी ने व्यवसायियों को करोड़ों का चूना लगाया और फरार हो गए। उक्त बंटी-बबली ने ऑनलाइन शॉपिंग से जोड़ने का दावा कर दो करोड़ से अधिक रुपये की ठगी की और फरार हो गये।

पटना. पाटलिपुत्र थानाक्षेत्र के राजीव नगर इलाके में एक बंटी-बबली सैकड़ों व्यवसायियों को करोड़ों का चूना लगाकर फरार हो गए हैं। उक्त बंटी-बबली ने सैकड़ों व्यवसायियों को ऑनलाइन शॉपिंग से जोड़ने का दावा कर दो करोड़ से अधिक रुपये की ठगी की और फरार हो गये।

इन लोगों ने पाटलिपुत्र इलाके में बाइस्पोटेन सॉल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड नाम से कंपनी का कार्यालय खोला था और पति युवराज और पत्नी रेखा रानी दोनों मिलकर इस कंपनी को संचालित करते थे। लोगों को सब्ज बाग दिखाकर उनसे करोड़ों रुपये एेंठकर वे कहां फरार हो गए हैं किसी को पता नहीं।

इसका खुलासा तब हुआ जब कंपनी में रजिस्ट्रेशन कराने के बाद उनके सामानों को मंगाने के बाद भी लोगों को उनके पैसे का भुगतान नहीं हुआ। इसका पता लगाने के लिए जब व्यवसायियों ने कंपनी के संचालक युवराज व रेखा रानी को तलाशा, तो दोनों कार्यालय बंद कर रातों-रात फरार हो चुके थे।

इस संबंध में राजीव नगर इलाके के ट्रेवेलिया होलीडे ट्रेवल्स एजेंसी संचालक अभिषेक कुमार ने पटना पुलिस के ऑनलाइन शिकायत कर मामला दर्ज कराया है और इसमें युवराज व रेखा रानी को आरोपित बनाया है। इसके साथ ही ठगी के शिकार कई व्यवसायी शुक्रवार को एसएसपी मनु महाराज से मिले और कार्रवाई करने की गुहार लगायी।

होलीडे ट्रेवल्स के मालिक अभिषेक ने पुलिस को बताया कि दोनों पति-पत्नी पहले भी कोलकाता में इसी तरह की घटना को अंजाम देकर फरार हो चुके हैं और अब शायद राजस्थान में अपनी फर्जी कंपनी चला रहे हैं।

मिली जानकारी के मुताबिक बाइस्पोटेन सोल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड नाम से युवराज व उसकी पत्नी रेखा रानी ने पाटलिपुत्र इलाके में अपना कार्यालय खोला था और कंपनी की फर्जी वेबसाइट भी बना रखी थी। दोनों घूम-घूम कर अपनी कंपनी का प्रचार करते और होटल मालिक, ट्रेवल्स एजेंसी, दुकानदारों या अन्य व्यवसायियों को यह जानकारी देते कि वे उनके कंपनी से जुड़े।

उनकी कंपनी व्यवसायियों के प्रोडक्ट को अपने वेबसाइट के माध्यम से ऑनलाइन कर देंगे और ऐसे में वे ऑनलाइन मार्केट से जुड़ जायेंगे। इसके कारण उनके सामान को कोई भी पसंद करेगा तो उसकी बिक्री होगी और उसका पैसा वे लोग देंगे, उन्हें केवल सामान देना होगा।

इसके बाद उनके सामान के पैसे का भुगतान कुछ दिनों बाद कर दिया जायेगा। ट्रेवेलिया होलीडे ट्रेवल्स एजेंसी के संचालक अभिषेक कुमार से भी उन लोगों ने कई बार गाड़ी किराये पर ली, लेकिन उसका भुगतान नहीं किया।

इसी प्रकार उसने एक होटल में कई लोगों को रुकवाया और उसका बिल पेमेंट नहीं किया।

अभिषेक ने बताया कि कंपनी द्वारा करीब दो सौ लोगों को वेंडर बनाया और उनसे रजिस्ट्रेशन के नाम पर छह से दस हजार ऐंठे गये। इसके बाद लगभग सभी को एक-दो लाख की चपत लगा कर वे लोग फरार हो गये। उन लोगों ने कंपनी कार्यालय किराये के फ्लैट में खोला था और कुछ दिनों के लिए फर्नीचर भी किराये पर लिया था। इसीलिए उनका पता-ठिकाना ढूंढना बहुत मुश्किल है।

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