महासमुंद (छत्तीसगढ़)। यहां एक चिटफंड कंपनी में काम करने वाले शख्स ने अपनी पत्नी और आठ साल के बेटे को बेरहमी से मार डाला और रूम में ताला लगाकर फरार हो गया। मौके से एक चिट्ठी बरामद की है जिसमें आरोपी ने खुद को काफी कर्ज में डूबा हुआ बताया है। लिखा है- “मैं अपनी पत्नी और बेटे से बेहद प्यार करता हूं लेकिन आज मजबूरी में ये कदम उठा रहा हूं।”
– पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टरों के मुताबिक घटना शनिवार दोपहर करीब 12 बजे की है।
– पुलिस के मुताबिक आरोपी संदीप गुप्ता (40) ने पत्नी अंजू गुप्ता और बेटे प्रतीक के चेहरे बांधने के बाद उन पर धारदार हथियार से वार किया।
– डॉक्टरों ने बताया कि प्रतीक का गला चार इंच कटा हुआ है, सिर धड़ से बस लटका हुआ था।
– अंजू का भी गला कटा हुआ है उसके सीने पर 8-10 बार पेचकश से वार किया गया है। दोनों की नसें भी काटी गई हैं।
– घटना का पता देर रात तब चला जब में परिवार में कोई हलचल नहीं दिखी।
– संदीप की मां मीरादेवी गुप्ता (65) एक प्राइवेट स्कूल में टीचर है और पड़ोस में रहती है।
– उसने पड़ोसियों को बताया कि उसके बेटे-बहुओं का फोन नहीं लग रहा है।
– शक होने पर लोगों ने पुलिस को सूचना दी। ताला तोड़कर अंदर घुसने पर खून से लथपथ मां-बेटे की लाशें मिलीं।
चिट्ठी में क्या?
– पुलिस का कहना है कि मौके से संदीप की चिट्ठी मिली है जिसमें उसने हत्या की वजह खुद को कर्ज में दबा होना बताया है।
– संदीप ने यह भी लिखा है कि वह नोटबंदी के बाद से ज्यादा परेशान है और अपनी मर्जी से पत्नी व बेटे को मारा है।
– मिली जानकारी के मुताबिक संदीप ने 2009 में रायपुर का अपना घर बेच दिया था और महासमुंद में किराए के मकान में रहने लगा था।
– परिजन भी उसके कर्ज में डूबे होने की पुष्टि कर रहे हैं। जानकारी ये भी है कि पत्नी सिकलिन बीमारी से पीड़ित थी जो संदीप की परेशानी की एक और बड़ी वजह थी।