कोरबा/बरपाली। लैंको विस्तार परियोजना में नियोजित ठेका कंपनियों के अधीन कार्यरत 1500 मजदूरों को 3 माह से वेतन का भुगतान नहीं किया जा रहा है। नाराज मजदूरों ने काम बंद कर आंदोलन कर दिया। कंपनी प्रबंधन ने समझाइश का प्रयास किया, पर वेतन भुगतान के बारे में ठोस आश्वासन नहीं मिलने पर आंदोलन खत्म करने से इंकार कर दिया।
ग्राम पताढ़ी स्थित लैंको अमरकंटक पावर प्रोजेक्ट में 3 व 4 नंबर इकाई का पावर मेक, एलआईटीएल के अंतर्गत 25-30 ठेका कंपनी कार्यरत हैं। इन कंपनियों के अधीन 1500 से अधिक मजदूर कार्यरत हैं। बताया जा रहा है कि इन मजदूरों को 2-3 माह से वेतन का भुगतान नहीं किया गया है। इसके साथ ही ईपीएफ, ईएसआईसी समेत शासन की अन्य सुविधाओं से वंचित रखा गया है। प्रबंधन के समक्ष कई बार मजदूरों ने अपनी समस्याएं रखी, पर समस्या का समाधान नहीं किया गया। इससे नाराज मजदूरों ने बुधवार को काम बंद कर दिया। मजदूरों का कहना है कि वेतन मांगा जाता है तो काम से निकालने की धमकी दी जाती है। इससे कई माह की राशि का भुगतान नहीं हो पाएगा। इन श्रमिकों की अगुवाई बीएमएस ने किया। विस्तार परियोजना में कार्य बंद होने से प्रबंधन चिंतित हो उठा। आनन-फानन में मजदूरों से वार्ता कर समझाइश देने का प्रयास किया। मजदूरों का कहना है कि जब तक वेतन का भुगतान नहीं किया जाता है, तब तक काम शुरू नहीं करेंगे। पेमेंट भुगतान के संदर्भ में ठेका कंपनी व लैंको प्रबंधन की ओर से स्पष्ट रूप से कोई भी जानकारी नही दी जा सकी। इस मौके पर एलआईटीएल के अधिकारी एसके सिंह, श्री ध्रुव, श्री तिवारी, संजीव सिंह व संघ से शिव पाटले, भीम चौहान, याकुलमणी, दूजराम, रेशम, योगेंद्र बिस्वाल व गोविंद के साथ चर्चा की गई, लेकिन वेतन भुगतान करने का पक्की तारीख नहीं बता पाए, जिस कारण चर्चा विफल रही। प्रबंधन का कहना है कि पहले वेतन भुगतान किया जाए, उसके बाद ही काम आरंभ किया जाएगा। इस पर प्रबंधन ने मुख्यालय से वार्ता कर वेतन भुगतान करने के संदर्भ में स्पष्ट जानकारी देने का आश्वासन दिया।